National News - राष्ट्रीयफीचर्ड

स्मृति ईरानी ने कहा-सोहराबुद्दीन केस में 8 साल तक अमित शाह को किया गया प्रताड़ित

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने सोहराबुद्दीन मामले को लेकर कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है। उनका कहना है कि सोहराबुद्दीन मामले में नेताओं को गलत तरीके से फंसाया जा रहा था। उनका कहना है कि अमित शाह को फंसाने की कोशिश भी की गई। न्यायापालिका ने न्याय किया है। ये फैसला बिल्कुल ठीक है। फैसला आने से कांग्रेस के षड्यंत्र की हार हुई है। उसे मुंह की खानी पड़ी है।

स्मृति ईरानी ने कहा-सोहराबुद्दीन केस में 8 साल तक अमित शाह को किया गया प्रताड़ितउन्होंने कहा कि फैसला पढ़ लें, आठ साल बाद सत्य की जीत हुई है। राजनीतिक कारणों की वजह से नरेंद्र मोदी और भाजपा की सरकार को बर्बाद करना और अमित शाह को जेल में डालने की कोशिश की गई। उन्हें प्रताणित किया गया। अमित शाह जी ने 8 सालों तक संघर्ष किया, इन वर्षों के दौरान उनके परिवार को प्रताड़ित किया गया उन पर तरह-तरह के इलजाम लगाए गए लेकिन आज न्यायपालिका के आशीर्वाद से सच राष्ट्र के सम्मुख प्रस्तुत हुआ है।

ईरानी ने कहा ये राष्ट्र के इतिहास में पहली बार हुआ जब आतंकवादी को कांग्रेस से सहारा मिला। राहुल गांधी का ट्वीट करना उनका आक्रोश नहीं बल्कि उनकी हताशा बताता है। अमित शाह के खिलाफ दाल नहीं गली तो निश्चिच ही राहुल गांधी को दुख हो रहा होगा। कांग्रेस पार्टी सत्ता में रहकर प्रशासनिक ढांचे का दुरुपयोग करके अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदियों को खत्म करने के लिए अपने पैरों तले न्याय और संविधान को भी रौंदने के लिए तत्पर रहती है।

उन्होंने आगे कहा कांग्रेस के नेतृत्व के आदेश पर सीबीआई ने अमित शाह को राजनीतिक षड्यंत्र में फसाने का प्रयास किया था। कोर्ट ने माना है कि राजनीतिक कारणों से ये केस अमित शाह पर थोपे गए थे। ना सिर्फ मुंबई हाईकोर्ट बल्कि सुप्रीम कोर्ट में भी कांग्रेस के षड्यंत्रों को मुंह की खानी पड़ी थी।

इसके पीछे राहुल गांधी, सोनिया गांधी और कांग्रेस की मंशा रही कि प्रतिद्वंदी कौन है और उन्हें परेशान करो। न्यायपालिका ने सबूत के आधार पर फैसला सुनाया। राहुल गांधी का मानना है कि फैसला उनके पक्ष में है तो न्यायपालिका ठीक है और अगर फैसला पक्ष में नहीं है को न्यायपालिका गलत है। उन्होंने कहा कि विपक्ष को जय हिंद कहना रूढ़िवादी लगता है। विपक्ष को ऐसा क्यों लगता है वो उन्हें पता होगा।

Related Articles

Back to top button