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हिमाचल में बारिश ने मचाई तबाही, तीन हाईवे समेत 184 सड़कों पर थमी वाहनों की रफ्तार

शिमला : मानसून का दौर जारी है और मंगलवार को भी प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश का सिलसिला दिनभर जारी रहा। मंडी, धर्मपुर, कांगड़ा, धर्मशाला, कुल्लू, हमीरपुर क्षेत्रों में मंगलवार को कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश दर्ज की गई। राजधानी शिमला व आसपास के क्षेत्रों में सुबह से ही रुक-रुक कर हल्की बारिश का क्रम शाम तक जारी रहा। मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश में आगामी 31 जुलाई से 5 अगस्त तक मौसम खराब बना रहेगा। इस दौरान प्रदेश के मध्यम तथा मैदानी क्षेत्रों में भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है। बता दें कि चंडीगढ़- शिमला हाईवे पर फोरलेन कंपनी ने खोदाई की थी। जिस कारण बारिश के बाद यहां मिट्टी दलदल में बदल गई, जिससे लंबा जाम लग गया। जबकि मंडी-धर्मपुर एनएच भी बारिश के कारण बाधित रहा। बुधवार को भी प्रदेश के कई क्षेत्रों में भारी बारिश का दौर जारी रहने की चेतावनी जारी हुई है। मंडी जिला के जोगिंद्रनगर में सर्वाधिक 64 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।

इसके अलावा गोहर में 56, ऊना में 37, घुमारवीं में 21, मंडी में 17, सराहन में 13, सुराहपुर टीहरा व सुंदरनगर में 12 मि.मी. बारिश हुई। मंगलवार को सुबह साढ़े 8 बजे से शाम साढ़े 5 बजे तक सुजानपुर टीहरा में 37, अंब में 29, बंगाणा में 24, सराहन में 16, फागू में 13 और शिमला में 10 मि.मी. बारिश दर्ज की गई। वहीं बारिश से कई क्षेत्रों में काफी नुक्सान होने की भी सूचना है। प्रदेश के कई क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश से 3 राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 184 सड़कों पर वाहनों की रफ्तार थम गई है। मंडी जोन में सबसे ज्यादा 133 सड़कें बारिश के कारण अवरुद्ध हैं जबकि शिमला जोन में 19 सड़कें, हमीरपुर जोन में एक तथा कांगड़ा जोन में 28 सड़कें बंद हो गई हैं। बंद पड़ी सड़कों में ज्यादातर ग्रामीण इलाकों की हैं। पी.डब्ल्यू.डी. का दावा है कि 186 जे.सी.बी., डोजर व टिप्पर सड़कों को बहाल करने में जुटे हुए हैं। जरूरत पडऩे पर विभाग ने निजी मशीनरी व लेबर भी हायर करनेके निर्देश दे रखे हैं। मौजूदा मानसून सीजन के दौरान लोक निर्माण विभाग को 9747.12 लाख रुपए का नुक्सान हो चुका है। सड़कें बंद होने से लोगों की आवाजाही प्रभावित हो रही हैं। खासकर ग्रामीण इलाकों की सड़कें बंद होने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मंडी, शिमला व कुल्लू जिला में इस कारण सेब की ढुलाई भी बाधित हो रही है।

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