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24 लाख किसानों एवं 28 हजार व्यापारियों को ई-नेम पोर्टल पर पंजीकृत किया गयाः स्वाती सिंह

लखनऊ : कृषि निर्यात, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार स्वाती सिंह ने कहा कि गड्ढामुक्ति योजना के अन्तर्गत मण्डी परिशद द्वारा निर्मित 7784 कि0मी0 सम्पर्क मार्गों में से 3701 कि0मी0 सम्पर्क मार्गों को गड्ढामुक्त किया गया है तथा षेश मार्गों को 30 नवम्बर, 2017 तक मोटरेबल तथा 31 मार्च, 2018 तक कुल रू0 882 करोड़ की लागत से षत-प्रतिषत गड्ढामुक्त कर दिया जायेगा। श्रीमती सिंह किसान मण्डी भवन लखनऊ के सभा कक्ष में प्रेसप्रतिनिधियों से वार्ता कर रही थीं। उन्होंने कहा कि मण्डी परिशद ,समिति को आलोच्य वित्तीय वर्श 2017-18 में अप्रैल से सितम्बर, 2017 तक रू0 696 करोड़ की आय प्राप्त हुई है, जो गत वर्श की इसी अवधि के सापेक्ष रू0 116 करोड़ अधिक है।

श्रीमती सिंह ने कहा कि वर्तमान वर्श में सरकारी गेहूॅं क्रय के अन्तर्गत किसानों को पूर्व में प्रदत्त छनाई, सफाई, उतराई के मद में तीन रूप्ए प्रति कुंतल के स्थान पर दस रूपए प्रति कुंतल की सहायता के मद में रू0 37 करोड़ का व्यय मण्डी परिशद द्वारा वहन किया गया। धान क्रय योजना के अन्तर्गत अब 15रूपए प्रति कुंतल की दर से सहायता दी जा रही है, जिसका व्यय रू0 75 करोड़ मण्डी परिशद द्वारा वहन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेष के आलू उत्पादकों को राहत प्रदान करने के उद्देष्य से पचास रूपए प्रति कुंतल अथवा परिवहन भाड़े का 25 प्रतिषत, जो भी कम हो, की दर से दिये जाने हेतु परिवहन भाड़ा अनुदान योजना को 31 दिसम्बर, 2017 तक लागू करके लगभग 2.1 लाख टन आलू का अतिरिक्त परिवहन कराया गया है, जिसके अन्तर्गत लगभग रू0 7.25 करोड़ के परिवहन अनुदान दावों को मण्डी समितियों द्वारा निस्तारित किया जा रहा है। स्वाती सिंह ने कहा कि ‘राश्ट्रीय कृशि बाजार’’ के अन्तर्गत किसानों को सही मूल्य दिलाने हेतु प्रदेष की 100 मण्डियों को ई-नैम पोर्टल से लिंक कर 24 लाख किसानों तथा 28 हजार व्यापारियों को पंजीकृत किया जा चुका है, जिनके सहयोग से अब तक रू0 1427 करोड़ के मूल्य के 10 लाख टन कृशि उत्पाद का क्रय-विक्रय ई-टेड के द्वारा किया गया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेष राज्य द्वारा ई-नैम परियोजना हेतु किये गये प्रयासों को विषेश रूप से केन्द्र सरकार द्वारा सराहा गया है।

स्वाती सिंह ने बताया कि प्रदेष सरकार की मंषा के अनुरूप निर्माण क्रय कार्यों में ई-टेण्डर व्यवस्था को एक जुलाई से लागू किया जा चुका है। इसके परिणामस्वरूप निर्माण कार्यों में 7 से 8 प्रतिषत की बचत का प्रारम्भिक अनुमान है। इस वर्श आम की पैदावार कम होने के बावजूद ब्राण्ड प्रमोषन के अन्तर्गत नवाब ब्राण्ड आम का 450 मी0 टन निर्यात मैंगो पैक हाउस सहारनपुर व लखनऊ से इटली, रोम, थाईलैण्ड, यू0के0, यू0एस0, चीन, कुवैत व अन्य देषों को किया गया है, जो कि गत वर्श से 70 मी0 टन अधिक है। मण्डी परिशद की पूर्व निर्मित परिसम्पत्तियों की नीलामी प्रक्रिया को पारदर्षी बनाते हुए कुल 876 दुकानों की नीलामी की गयी। ़मण्डी समितियों में किसानों व व्यापारियों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रथम चरण में कुल 66 मण्डी समिति स्थलों में रू0 360 करोड़ की धनराषि से आन्तरिक विकास कार्य की योजना बनायी गयी है, जिसे मार्च, 2018 तक पूरा किया जायेगा। अवषेश मण्डियों के विशय में आगामी वर्श में इसी प्रकार से कार्य कराया जायेगा।

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