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पकिस्तान में चुनाव के बीच बलूचिस्तान धमाके में 22 की मौत, 28 घायल

इस्लामाबाद : प्रधानमंत्री चुनाव के लिए पाकिस्तान के लोग आज मतदान कर रहे हैं, मतदान सुबह आठ बजे से शुरू हुआ। उधर, चुनाव के बीच बलूचिस्तान के क्वेटा में हुए धमाके 22 लोगों की मौत हो गई है और 28 लोग घायल हो गए हैं। देश के 70 साल के इतिहास में दूसरी बार लोकतांत्रिक तरीके से सत्ता हस्तांतरण के लिए आम चुनाव हो रहे हैं। पाकिस्तान निर्वाचन आयोग के अनुसार, नेशनल असेम्बली की 272 सीटों पर 3,459 उम्मीदवार हैं जबकि पंजाब, सिंध, ब्लूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों की 577 सीटों के लिए 8,396 उम्मीदवार मैदान में हैं। मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और जमात उद दावा प्रमुख हाफिज सईद ने लाहौर में अपना वोट डाला।

भाई जेल में होने के नाते मुस्लिम लीग पार्टी के नेता की अगुवाई कर रहे शाहबाज शरीफ ने भी अपना वोट डाला। उधर, पाकिस्तान में 10.59 करोड़ रजिस्टर्ड वोटर हैं। 85 हजार से ज्यादा मतदान केन्द्रों पर मतदान स्थानीय समयानुसार सुबह आठ बजे शुरू हुआ, बताते चलें कि मतदान समाप्त होते ही वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी और 24 घंटे के भीतर चुनाव परिणाम की घोषणा हो जाएगी। शांतिपूर्ण, स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से चुनाव कराने के लिए आयोग ने मतदान केन्द्रों पर करीब 16 लाख कर्मचारियों को तैनात किया गया है। सुरक्षा के लिए 4,49,465 पुलिसकर्मियों और सेना के 3,70,000 सेना के जवानों को तैनात किया गया है। पाकिस्तान की नेशनल असेम्बली में कुल 342 सीटें हैं, इनमें से 272 सीटों पर प्रत्यक्ष निर्वाचन होता है जबकि 60 सीटें महिलाओं और 10 सीटें धार्मिक अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित हैं। इनका बाद में अप्रत्यक्ष तरीके से निर्वाचन होता है, हालांकि किसी भी पार्टी को सरकार बनाने के लिए 172 सीटों की जरूरत होगी।

पड़ोसी मुल्क के वोटर अपने देश को तीसरी स्थायी सरकार देने की कोशिश करेंगे। पाकिस्तान में बहुमत के लिए एक पार्टी को जेनरल सीटों में से 137 सीटें हासिल करनी होती हैं। चुनावी सर्वे में क्रिकेटर इमरान खान की पार्टी को बढ़त है। पाकिस्तान इंसाफ पार्टी को सत्ताधारी मुस्लिम लीग पर बढ़त है और ये बढ़त करीब 4 फीसदी वोटों की है। पाकिस्तान मुस्लिम लीग- नवाज (पीएमएल-एन) की साख दांव पर है, वहीं 2008 से 2013 के दौरान पहले ऐतिहासिक पांच साल का कार्यकाल पूरा करने वाली पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) वापसी की उम्मीद लगाए बैठी है। इन दोनों पार्टियों के बीच तेज़ी से उभरती इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) को जीत का प्रबल दावेदार माना जा रहा है, उन्हें कई क्रिकेटरों का समर्थन भी प्राप्त है। पड़ोसी मुल्क में पंजाब सबसे बड़ा प्रांत है, जिसके बाद सिंध का नंबर आता है, इनके अलावा खैबर-पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान जैसे प्रांतों की प्रमुख भूमिका मानी जाती है।

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