दिल्ली
नोटबंदी के बाद चाय से हुआ बारातियों का स्वागत,

न कोई बैंडबाजा और न ही कोई तामझाम। गांव में ही घर के बाहर लड़का-लड़की ने एक-दूसरे को जयमाला पहनाई। इसके बाद घर में ही पंडित ने दोनों के फेरे पढ़वाकर उन्हें जीवन साथी बना दिया। इस दरम्यान उपस्थित घरातियों और बारातियों को सिर्फ चाय पिलाई गई।
जहांगीराबाद क्षेत्र के गांव जलीलपुर निवासी बिजेन्द्र सिंह ने अपने बेटे दिनेश की शादी जिला जेपीनगर के गांव गुरैठा खादर निवासी कालीचरण की बेटी बबीता के साथ तय की थी। जिस समय शादी तय की गई, उस समय नोटबंदी का फैसला नहीं हुआ था।



