जीवनशैली

गर्भावस्था में दर्द निवारक दवा लेना बच्चे के लिए खतरनाक

प्रेग्नेंसी में पैरासिटामॉल लेना हो सकता है खतरनाक

गर्भावस्था में महिलाएं कई तरह की समस्याओं से गुजरती हैं। ऐसे में उन्हें कई बार दर्द निवारक दवाइओं को का इस्तेमाल करना पड़ता है लेकिन इन दर्द निवारक दवाओं के इस्तेमाल से महिला और उसके शिशु को नुकसान हो सकता हैगर्भावस्था में दर्द निवारक दवा लेना बच्चे के लिए खतरनाक
बेटी हुई तो उसे भी भविष्य में हो सकती है दिक्कत

एक अध्ययन में पता चला है कि अगर महिला गर्भावस्था के पहले 24 सप्ताह में आईब्यूफेन का इस्तेमाल करती हैं तो इससे आगे चल कर कन्या भ्रूण की प्रजनन क्षमता पर बुरा असर पड़ता है।
बेटा हुआ तो हो सकता है नपंसकता का खतरा

एक समय में एक से ज्यादा या अलग-अलग तरह की दर्दनिवारक दवाएं लेने से महिलाओं के बेटों में नपुंसकता का खतरा सात गुना तक बढ़ जाता है।
प्रजनन अंगों के विकास के लिए हानिकारक

पैरासिटामॉल, एस्प्रिन, आईब्यूफेन जैसी दवाओं का लम्बे समय तक इस्तेमाल से भ्रूण के प्रजनन अंगों का विकास प्रभावित हो सकता है।
बच्चे को भविष्य में हो सकता है कैंसर का खतरा

दर्दनिवारक दवाओं से भ्रूण के हार्मोन असंतुलित होने लगते हैं, जिससे उसमें विकृतियां हो सकती हैं। भविष्य में टेस्टीकल कैंसर का खतरा भी हो सकता है।
बच्चों में विकृति का खतरा बढ़ा जाता है

गर्भावस्था के 4 से 6 महीने के बीच केवल एक दर्दनिवारक दवा लेने से भी सामान्य महिलाओं के मुकाबले इन महिलाओं के बच्चों में विकृति का खतरा दोगुना हो जाता है। पैरासीटामॉल से भ्रूण के विकास में दोगुनी बाधा होती है।

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