सूर्य ग्रहण के दौरान अपनी राशि के अनुसार दान करना अति उत्तम होता है। जिनका राशि स्वामी सूर्य है खासकर उनके लिए ग्रहणकाल में दान बहुत ही फलदायी एवं विभिन्न दोषों को काटने वाला बताया गया है। ग्रहणकाल में मंदिरों के पट बंद कर देने चाहिए। मूर्ति को स्पर्श नही करना चाहिए, किंतु ग्रहण का असर हानिकारक माना गया है तो भगवान का भजन-कीर्तन किया जा सकता है।
इसके बुरे प्रभाव से बचने के लिए आवश्यक है कि इस काल में मोक्ष से पूर्व किसी भी स्थिति में कोई भी शुभ कार्य ना करें। अन्यथा इसका दुष्प्रभाव आपको पीड़ित कर सकता है। बुजुर्ग, बीमार और गर्भवती स्त्रियों को विशेष रूप से ग्रहणकाल में ध्यान देने की जरूरत है। इन लोगों को घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए। अन्यथा वे शारीरिक एवं मानसिक रूप से परेशान हो सकते हैं।