गुस्साए रिक्शा चालकों जमकर हंगामा कर रोड पर किया काटा बवाल..
बिना रजिस्ट्रेशन के दौड़ रहे ई-रिक्शा के खिलाफ बृहस्पतिवार को यातायात पुलिस, परिवहन विभाग, जिला पुलिस और प्राधिकरण की टीमों के चलाए गए अभियान में जमकर बवाल हुआ। गुस्साए रिक्शा चालकों ने सड़क जाम करके तोड़फोड़, पथराव कर दिया। पुलिस ने लाठियां भांजते हुए भीड़ तो तितर बितर किया। करीब 8 घंटे तक सड़क पर हंगामा होता रहा। पथराव करने वाले 10 लोगों को भी हिरासत में लिया गया है।
इस बीच टीम ने 50 से अधिक ई-रिक्शा को जब्त कर लिया। वहीं, काफी ई-रिक्शा को तोड़ दिया गया। रोजी रोटी जाते देखकर कई ई-रिक्शा वाले रो पड़े। बृहस्पतिवार को डीएम-एसएसपी के निर्देश पर एसपी ट्रैफिक अनिल कुमार झा के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई जिसमें परिवहन विभाग के एआरटीओ प्रवर्तन एसके सिंह और ज्ञान मोहन सक्सेना, प्राधिकरण और सेक्टर-20 पुलिस व ट्रैफिक इंस्पेक्टर लायक सिंह को शामिल किया गया।
सभी विभागों के अधिकारी एकत्र होकर दोपहर करीब साढे़ 12 बजे नोएडा के सेक्टर-15 गोलचक्कर पहुंचे। वहां पर करीब 20-22 ई-रिक्शा को जब्त कर लिया। इसके बाद टीम आगे बढ़ने लगी। जब टीम सेक्टर-16 और 18 की ओर बढ़ी तो कुछ पुलिसकर्मी सेक्टर-15 पर ही रुक गए। कुछ देर बाद सैकड़ों की संख्या में महिला-पुरुष और बच्चे एकत्र होकर आए और रोड जाम करने लगे।
पुलिस ने जब लाठियां भांजी तो भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया। हालात देखते हुए और फोर्स बुलाई गई । पुलिस को देखकर पथराव करने वाले भाग गए। एसपी ट्रैफिक ने बताया कि दिल्ली के लोगों ने ही ट्रैफिक पुलिस पर पथराव किया था। दिल्ली में कुछ लोगों ने 50-50 ई-रिक्शा किराये पर चलवा रखे हैं और इससे उन्हीं लोगों को ज्यादा नुकसान था। इन ई-रिक्शा को परिवहन विभाग तहस-नहस करेगा जिसके एवज में 5 हजार रुपये का जुर्माना भी वसूला जाएगा।
क्या है मामला
नोएडा में केवल 1000 ई-रिक्शा ही रजिस्टर्ड होने थे और इनकी संख्या पूरी होने के बाद मामला डीएम बीएन सिंह के समक्ष पहुंचा। डीएम ने नोएडा में ई-रिक्शा की संख्या बढ़ाकर 2000 हजार कर दी। जबकि असल स्थिति में नोएडा में करीब 8 हजार से अवैध ई-रिक्शा दौड़ रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने की थी ई-रिक्शा की नोएडा में शुरुआत
5 अप्रैल 2016 में प्रधानमंत्री ने स्टैंडअप और स्टार्टअप इंडिया के तहत ई-रिक्शा का वितरण किया गया था। जिसके तहत लोगों को एक कंपनी से फाइनेंस कराकर लोगों को रोजगार देना था, लेकिन नोएडा में जब इनकी शुरुआत हुई तो ढेर सारी कंपनियों ने नोएडा में ई-रिक्शा उतार दिए।