काला हिरण शिकार मामले में जोधपुर की कोर्ट ने फिल्म स्टार सलमान खान को दोषी करार दिया है। हालांकि इसी मामले में अन्य फिल्मी सितारों को बरी कर दिया गया है। इस मामले में सलमान खान के साथ ही सैफ अली खान, तबू और नीलम जैसे सितारे भी आरोपी थे और सभी गुरुवार को जोधपुर कोर्ट में पेश हुए। इस मामले में सजा पर फैसला भी आज ही आने की उम्मीद है।
फिल्मी सितारों की कोर्ट में पेशी को ध्यान में रखते हुए जोधपुर प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम करते हुए पुलिस का ज़बरदस्त बंदोबस्त कोर्ट के बाहर और आसपास के परिसर में किया है। यहां बड़ी मात्रा में महिला पुलिसकर्मियों की भी तैनाती की गई है।
जनवरी में कोर्ट में पेश हुए थे सलमान
काला हिरण शिकार मामले में सलमान खान इसी साल 4 जनवरी को जोधपुर की सीजेएम ग्रामीण कोर्ट में पेश हुए थे। सलमान खान इस दौरान अपनी एक फिल्म की शूटिंग के सिलसिले में जोधपुर में ही मौजूद थे। इसलिए 19 साल पुराने इस मामले में वे व्यक्तिगत रूप से अदालत में उपस्थित पेश हुए थे। उस सुनवाई में सलमान के वकील ने चश्मदीद गवाह पूनमचंद की गवाही की वीडियो सीडी अदालत में चलवाई थी। इस दौरान अदालत में उनके चेहरे पर टेंशन भी साफ देखी जा सकती थी।
हिरण की मौत स्वाभाविक थी…
काला हिरण शिकार मामले में सलमान खान ने 27 जनवरी 2017 को जोधपुर कोर्ट को बताया था कि हिरण की मौत स्वाभाविक थी। उन्होंने कहा, हिरण को उन्होंने नहीं मारा था। जज ने सलमान खान से कहा, आपको दो लोगों ने देखा। जिनका कहना है कि आपने काले हिरण का शिकार किया। सलमान ने कहा – गलत। जज ने कहा जीप में खून के धब्बे मिले थे और काले हिरण के बाल भी पाए गए थे। सलमान ने फिर कहा – गलत। जज ने कहा, उस रात आप शूटिंग पर गए थे? सल्लू भाई ने जवाब दिया नहीं।
वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट का उल्लंघन
सलमान खान पर जिस काला हिरण के शिकार का आरोप है वह वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट के तहत संरक्षित है। काला हिरण भारत, पाकिस्तान और नेपाल में पाए जाते हैं। 20वीं सदी में अत्यधिक शिकार के कारण यह प्रजाति विलुप्ति के कगार पर पहुंच गई। 1970 के दशक में इनकी संख्या काफी कम हो गई थी। लेकिन भारत में इन्हें बचाने की मुहिम सफल रही और 1970 में 24 हजार से बढ़कर 2001 बीच इनकी संख्या 50 हजार तक पहुंच गई।
चिंकारा मामला
इससे पहले सलमान खान चिंकारा शिकार मामले में भी बरी हो चुके हैं। सलमान पर फिल्म ‘हम साथ साथ हैं’ की शूटिंग के दौरान 26 सितंबर 1998 को जोधपुर जिले में मथानिया के पास भवाड में 2 चिंकारा और 28 सितंबर को घोड़ा फार्म में एक अन्य चिंकारा के शिकार का आरोप था। बता दें कि चिंकारा एक लुप्तप्राय प्रजाति है और वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट 1972 की अनुसूची 1 के तहत इनको सर्वोच्च सुरक्षा प्रदान की गई है। चिंकारा मामले में 17 फरवरी 2006 को सलमान खान को ट्रायल कोर्ट ने दोषी मानते हुए एक मामले में 1 साल की सजा सुनाई। हालांकि बाद में हाईकोर्ट ने उन्हें आरोपमुक्त कर दिया था। जबकि दूसरे मामले में 10 अप्रैल 2006 को हुई सुनवाई में उन्हें 5 साल की सजा का ऐलान हुआ। इस मामले में सलमान खान को 2 बार जेल भी जाना पड़ा। सलमान ने राजस्थान हाईकोर्ट में अपील की। साल 2017 में हाईकोर्ट ने इस केस में भी उन्हें बरी कर दिया। राज्य सरकार ने हाईकोर्ट के इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है।
भाईजान’ को फंसाया गया!
चिंकारा मामले में सलमान खान पहले ही बरी हो चुके हैं। काला हिरण मामले से ही जुड़े अवैध हथियार मामले में भी ‘भाईजान’ आरोप मुक्त हो चुके हैं। अब काला हिरण मामले में सलमान के बरी होने की पूरी उम्मीद जतायी जा रही है। सलमान खान के वकील हस्तीमल सारस्वत ने पिछले साल जनवरी में कहा था कि आखिरकार साबित हो गया कि हम जो कह रहे थे वह सच है। इसमें कोई शक नहीं कि पुलिस और वन विभाग के आरोप निराधार थे और उन्होंने सबूत और गवाह पैदा किए।
आगे क्या होगा?
कांकणी गांव में हिरण शिकार मामले में जोधपुर कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया है, जिसके तहत सलमान खान को दोषी पाया गया है और बाकी सभी आरोपियों को बरी कर दिया गया है। ज्ञात हो कि पिछले ही हफ्ते सीजीएम कोर्ट (जोधपुर ग्रामीण) में मजिस्ट्रेट देव कुमार खत्री ने इस मामले में फैसला सुरक्षित रख लिया था। वाइल्ड लाइफ एक्ट की धारा 149 के तहत इस मामले में अधिकतम सात साल की सजा का प्रावधान है। हालांकि अदालत इस मामले में कम सजा भी सुना सकती है। सलमान का मामला करीब 20 साल पुराना है, ऐसे में अधिकतम 6 साल की सजा हो सकती है। देखना होगा कि सलमान खान को कितने साल की सजा सुनाई जाती है। इसके बाद जब तक उन्हें जमानत नहीं मिल जाती, उन्हें जेल जाना पड़ेगा। वे फैसले के खिलाफ ऊपरी अदालत में अपील कर सकते हैं। बाकी आरोपियों को आरोप मुक्त किए जाने के खिलाफ भी राज्य सरकार ऊपरी अदालत में अपील कर सकती है।