झाबुआ : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ने मध्यप्रदेश के बहुचर्चित व्यावसायिक परीक्षा मंडल घोटाले की केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो जांच की मांग करते हुए दावा किया है कि टीवी के खोजी पत्रकार अक्षय सिंह की मौत स्वाभाविक नहीं थी और व्यापमं घोटाले में शामिल गिरोह ने उसकी हत्या की है। रतलाम-झाबुआ लोकसभा क्षेत्र के पूर्व सांसद भूरिया ने आज यहां संवाददाताओं से कहा, अक्षय सिंह की मौत कोई स्वाभाविक मत्यु नहीं थी। उसे व्यापमं घोटाले से संबंधित गिरोह ने मारा है। इस गिरोह ने कुछ ऐसा किया, जिससे अक्षय सिंह की मत्यु हो गई। इसलिए इस समूचे प्रकरण की सीबीआई जांच होना चाहिए। गौरतलब है कि सिंह की मेघनगर में अचानक मौत हो गई थी। उस समय वह व्यापमं घोटाले में नाम आने के बाद एक छात्रा नम्रता डामोर के माता-पिता का इंटरव्यू करने के बाद किन्हीं संबंधित दस्तावेजों की फोटोकॉपी की अपने दो सहयोगियों सहित प्रतीक्षा कर रहे थे, जिसका शव बाद में संदिग्ध परिस्थितियों में उज्जैन में रेलवे पटरियों के निकट पाया गया था। अचानक सिंह ने बेचैनी की शिकायत की और उनके मुंह से झाग आने लगा। उन्हें तत्काल मेघनगर के सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें झाबुआ के एक निजी अस्पताल लाया गया, लेकिन वहां भी चिकित्सकों के प्रयास विफल रहे। उनके सहयोगी उन्हें निकटवर्ती गुजरात के दाहोद स्थित अस्पताल ले गए, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। नम्रता डामोर का शव 7 जनवरी 2012 को उज्जैन में रेलवे पटरियों के निकट संदिग्ध अवस्था में पाया गया था।