भारत की तर्ज पर अब चीन के गांवों में भी स्वच्छता अभियान, 4 करोड़ टन कचरा हटाया
बीजिंग: चीन के गांवों में स्वच्छता अभियान चलाया गया है और चीन ने कहा कि गांवों में पर्यावरण सुधार के लिए वह अधिक शक्ति लगाएगा. चालू साल के पहले 6 महीने में देश में 80 प्रतिशत से अधिक गांवों ने स्वच्छता अभियान चलाया है.
इस दौरान लगभग 4 करोड़ टन कचरे का सफाया किया गया, गांव के तालाबों से 3 करोड़ टन से अधिक गाद का निपटारा किया गया और गांवों में 40 लाख से अधिक टूटी हुई दीवारों को दुरुस्त किया गया.
चीनी कृषि और गांव मंत्रालय के सामाजिक कार्य संवर्धन विभाग के निदेशक ली वेइक्वो ने बताया कि वर्ष 2018 से कृषि और गांव मंत्रालय ने गांवों में शौचालय क्रांति, घर के गंदे पानी के निपटारे और स्वच्छता अभियान को सक्रियता से बढ़ाया. संबंधित विभागों ने गांवों के आवासीय पर्यावरण के सुधार में बड़ी शक्ति लगाई है.
उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 में केंद्रीय सरकार के बजट में गांवों की शौचालय क्रांति के लिए 7 अरब युआन की व्यवस्था की गई है. मध्य और पश्चिमी चीन के गांवों में शौचालय के मल प्रदूषण के निपटारे के लिए केंद्रीय बजट में 3 अरब विशेष पूंजी का आवंटन किया गया.
आंकड़ों के अनुसार, इस साल के पहले 6 महीने में देश के ग्रामीण इलाकों में घर के कचरे के निपटारे के लिए 50 हजार से अधिक नए संस्थापनों का निर्माण शुरू हुआ है, घर के गंदे पानी के निपटारे के लिए 80 हजार से अधिक नए संस्थापनों का निर्माण चल रहा है. इसके अलावा 1 करोड़ से अधिक किसानों के घरों के शौचालयों में सुधार हो रहा है.
चीनी कृषि और गांव मंत्रालय के योजना और वित्त विभाग के जिम्मेदार व्यक्ति वांग श्येन ने बताया कि अभी तीन नीतियां लागू हो रही हैं, जो विभिन्न पहलुओं से स्थानीय सरकार का समर्थन करेंगी.
उन्होंने बताया, ‘पहला, गांवों में शौचालय क्रांति में समग्र गांव को इस योजना को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा, ताकि ग्रामीण शौचालय का मल प्रदूषण दूर कर संसाधन के रूप में उसका प्रयोग किया जाए. दूसरा, आवासीय पर्यावरण के सुधार में समग्र काउंटी बढ़ाने की परियोजना लागू की जाएगी, खासकर मध्य और पश्चिमी चीन के ग्रामीण इलाकों की काउंटियों में. तीसरा, निगरानी और जांच के लिए इनाम व्यवस्था लागू होगी.’