इस अंगूठी को पहनने से कामयाबी चूमेगी आपके कदम, धैर्य और शान्ति की होगी प्राप्ति
फेंगशुई उत्पाद वास्तु दोष को खत्म करने में बेहद कारगर होते हैं। फेंगशुई आइटम जीवन में नकारात्मक शक्तियों को नष्ट और सकारात्मक ऊर्जा को उत्सर्जित करते हैं। फेंगशुई में जिस तरह से लाफिंग बुद्धा, तीन टांगों वाले मेढ़क और चीनी सिक्कों का महत्व होता है उसी तरह से कछुए की अंगूठी का भी विशेष महत्व होता है। रत्नों और धातुआों से बनी अंगूठी की तरह ही कछुए के आकार की अंगूठी से दुर्भाग्य दूर होता है। फेंगशुई में कछुए को सुख-समृद्धि और गुडलक का प्रतीक माना गया है। आइए जानते हैं कछुए की अंगूठी पहनने के फायदे।
कछुए की अंगूठी से वास्तुशास्त्र दूर होता है और घर से नकारात्मक ऊर्जा के स्थान पर सकारात्मक ऊर्जा आती है।
भारतीय ज्योतिष में कछुए को लक्ष्मी का प्रतीक माना गया है। इसलिए इसको पहनने से घर पर धन और सुख-समृद्धि आती है।
कछुआ शान्ति और धैर्य का प्रतीक माना जाता है इसलिए इसकी अंगूठी पहनने से मनुष्य के अंदर धैर्य और शान्ति आती है।
कछुए की अंगूठी को केवल चांदी की धातु से ही बनवाना चाहिए तभी शुभ फल की प्राप्ति होती है।
कछुए की अंगूठी को दाये हाथ में ही पहननी चाहिए। बाएं हाथ में पहनने से इसका लाभ नहीं मिलता।
कछुए की अंगूठी को हमेशा तर्जनी और बीच की उंगली में पहनना चाहिए।
कछुए की अंगूठी को पहनते वक्त इस बात का ध्यान देना चाहिए कछुए का सिर बाहर की ओर होना चाहिए।