ज्ञान भंडार

आसाराम की किताब मामले में 11 डीईओ का इंक्रीमेंट रोका, शासन की कार्रवाई

aasaram_1445299839दस्तक टाइम्स/एजेंसी-छत्तीसगढ़ : रायपुर. जेल में बंद आसाराम की यौन टिप्स वाली किताबों पर स्कूलों में प्रतियोगी परीक्षा आयोजित करने के मामले में शिक्षा विभाग ने कड़ा फैसला लिया है। परीक्षा आयोजित करवाने या उसकी अनुमति देने वाले 11 जिलों के शिक्षा अधिकारियों (डीईओ) की एक-एक वेतन वृद्धि रोकने के आदेश दे दिए गए हैं। एक साथ इतने जिलों के डीईओ के खिलाफ सख्त कार्रवाई से पूरे शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है।
 
आसाराम की विवादित किताबों पर प्रायमरी और मिडिल स्कूलों में दिव्य ज्ञान प्रतियोगी परीक्षा आयोजित करने के खेल को दैनिक भास्कर ने उजागर किया था। भास्कर में खुलासा होने के बाद शिक्षा मंत्री केदार कश्यप के निर्देश के बाद आनन-फानन में घटना की जांच की गई।
 
राज्य के सभी 27 जिलों के कलेक्टरों से रिपोर्ट मांगी गई। 11 जिलों के कलेक्टरों ने रिपोर्ट में माना कि उनके जिले के डीईओ ने परीक्षा के आयोजन की अनुमित दी थी। कलेक्टरों की रिपोर्ट के आधार पर ही परीक्षा आयोजित करवाने या उसकी अनुमित देने वाले 11 जिलों के डीईओ की एक वेतन वृद्धि रोकने के आदेश जारी किए गए।
 
अफसरों का अभी प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर वेतन वृद्धि रोकने का फैसला लिया गया है। कलेक्टरों से विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। शिक्षा विभाग विभाग कलेक्टरों की रिपोर्ट का भी इंतजार कर रहा है। कलेक्टरों की रिपोर्ट के आधार पर डीईओ के खिलाफ आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
 
गुपचुप तैयारी का किया था भंडाफोड़
 
स्कूलों में आसाराम की किताबों पर दिव्य ज्ञान प्रतियोगी परीक्षा बड़ी साजिश का नतीजा माना जा रहा है। एक साथ 11 जिलों में जिस तरह से योग वेदांता समिति ने थोड़े-थोड़े अंतराल में परीक्षा आयोजित करवाने का आवेदन दिया और दो साल पुराने आदेश के आधार पर परीक्षा के आयोजन के लिए अधिकारियों पर दबाव डाला, उससे इसमें शिक्षा विभाग के कुछ बड़े अफसरों की मिलीभगत के भी संकेत हैं। इस बिंदु पर कलेक्टरों से अलग जांच करवाई जा रही है। अफसरों का कहना है कि विस्तृत रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
 
इन जिलों के डीईओ पर कार्रवाई
 
दंतेवाड़ा, बेमेतरा, कोंडागांव, बिलासपुर, रायपुर, कवर्धा, जांजगीर-चांपा, रायगढ़, महासमुंद और बस्तर के डीईओ की एक-ूएक वेतन वृद्धि रोकने के आदेश दिए हैं।
 
 
क्या है पूरा मामला और कैसे खुला
 
राज्य के प्रायमरी और मिडिल स्कूल में आसाराम की किताबों पर परीक्षा आयोजित करने का गुपचुप खेल करीब छह माह से चल रहा था। योग वेदांता समिति के जिला अध्यक्षों ने एक-एक कर अपने अपने जिलों के शिक्षा अधिकारियों से मिलकर उनके समक्ष परीक्षा आयोजित करने का आवेदन पेश किया। आवेदन के साथ उन्होंने शिक्षा संचालनालय का दो साल पुराना आदेश भी प्रस्तुत किया, जिसमें परीक्षा के आयोजन की अनुमति मुख्यालय से दी गई थी। 27 में 11 जिलों के शिक्षा अधिकारियों ने अनुमति दे दी। राजनांदगांव में तो परीक्षा भी हो गई। काेंडागांव में जब इसके लिए छात्रों से फीस ली जा रही थी, तब भास्कर ने पूरे मामले का भंडाफोड़ किया।

 

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