मुख्यमंत्री का आदेश, हर श्रमिक को 14 दिन पूरे होने से पहले दिया जाय 1 हजार रुपये का भत्ता
पहले राशन, घर जाने से पहले भत्ता और स्किल मैपिंग कर रोजगार समायोजन के निर्देश दिए
लखनऊ (राघवेन्द्र प्रताप सिंह): मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि प्रदेश में आने वाले हर कामगार व श्रमिकों को होम क्वारंटीन में भेजने से पहले उन्हें राशन दिया जाए। उनकी स्किलिंग का डाटा लेने के बाद उनकी स्क्रिनिंग की जाए। यह भी निर्देश दिया कि जब तक व्यक्ति 14 दिन की अपनी क्वारंटीन की अवधि खत्म करे उससे पहले उस व्यक्ति को भरण पोषण भत्ता के रूप में 1 हजार रुपया दे दिया जाए। सीएम योगी ने निर्देश दिया है कि स्किल मैपिंग में मिले डाटा के आधार पर श्रमिकों व कामगारों को अलग अलग सेक्टरों में समायोजित करने का प्रयास शुरू कर दिया जाए। उपरोक्त जानकारी रविवार को लोकभवन में कोरोना वायरस के संबंध में किए गए प्रेस कांफ्रेंस में अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने पत्रकारों को दी।
प्रतिदिन 10 हजार सैम्पल टेस्ट करने के निर्देश
अपर मुख्य सचिव गृह ने कहा कि रविवार को टीम 11 के साथ समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वास्थ्य विभाग की टेस्टिंग क्षमता को और बढ़ाने का निर्देश देते हुए इसे प्रतिदिन 10 हजार सैंपल टेस्ट करने को कहा है। हालांकि विभाग द्वारा प्रतिदिन लगभग 7 हजार से अधिक टेस्ट प्रतिदिन किये जा रहे हैं।
सीएम ने निर्देश दिया कि जनपद स्तर पर वेंटिलेटर, पीपीई किट, मास्क की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। हर जनपद में एनेस्थेसियोलॉजिस्ट की उपलब्धता की भी समीक्षा कर ली जाए।निर्देशों का पालन करते हुए स्वास्थ्य विभाग ने एल—1, एल—2 और एल—3 अस्पतालों में बेड्स की संख्या में बड़ा इजाफा किया है। अब इन अस्पतालों को 78 हजार से अधिक बेड्स से लैस कर दिया गया है। आने वाले दिनों में इसे एक लाख तक करने का प्रयास किया जा रहा है।
मास्क न पहनने वालों पर जुर्माना लगाने और दो मास्क भी देने के निर्देश
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि सीएम योगी ने कहा कि मास्क नहीं पहनने वालों को जुर्माना किया जाए, साथ ही मौके पर ही उन्हें दो मास्क भी दिये जाएं। उन्होंने बताया कि मास्क नहीं पहनने पर अबतक प्रदेश में 8 हजार लोगों का जुर्माना किया गया है। उन्होंने बताया कि क्वारंटीन किए जाने वाले हर व्यक्ति के हर सामान जैसे बैग, मोबाइल, चार्जर को भी डिसइनफेक्ट किया जाएगा। इतना ही नहीं जब वह व्यक्ति क्वांरटीन से निकलेगा तो उस समय भी उसके सामान को डिसइनफेक्ट करने का निर्देश जारी किया गया है।
प्रदेश में अबतक 2493 एक्टिव केस, 3433 मरीज हुए स्वस्थ्य : प्रमुख सचिव स्वास्थ्य
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में 11 मई से ही प्रदेश में एक्टिव केस कम है और ठीक होने वाले मरीजों की संख्या अधिक होने का क्रम जारी है। उन्होंने बताया कि वर्ममान में 2493 एक्टिव केस हैं। उपचार के बाद 3433 पेशेंट पूरी तरह स्वस्थ हो गए हैं और उन्हें घर भेज दिया गया है। हालांकि अबतक 155 लोगों की मौत भी हुई है। उन्होंने बताया कि शनिवार को 7575 सैंपलों की टेस्टिंग की गई। उन्होंने बताया कि शनिवार को 5—5 सैंपलों के 892 पूल और 10—10 सैंपलों के 202 कुल 1094 पूल टेस्ट किए गए। जिनमें से 172 पूल पॉजिटीव मिले। अबतक आइसोलेशन में 2686 लोगों को और क्वारंटीन में 10540 लोगों को रखा गया है।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि आरोग्य सेतु ऐप से स्वास्थ्य विभाग के कंट्रोल रूम द्वारा 32 हजार 91 फोन कॉल किए गए। बातचीत के बाद लक्षणों के आधार पर इनमें से 1099 लोगों को क्वारंटीन किया गया। जबकि 88 लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए। जिनमें से 47 उपचारित होकर घर चले गए हैं। प्रदेश में अब सरकारी के साथ ही निजी अस्पतालों में भी आपातकालीन सेवा शुरू कर दी गई है। हालांकि सामान्य ओपीडी अभी बंद हैं लेकिन सर्जरी से संबंधित ओपीडी को शुरू कर दिया गया है।