अहमदाबाद : पश्चिम रेलवे को लॉकडाउन अवधि के दौरान मालगाड़ियों से प्राप्त कुल आमदनी 4453.60 करोड़ रुपये रही है। मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी सुमित ठाकुर की ओर से रविवार को यहां जारी विज्ञप्ति के अनुसार 22 मार्च से 2 अक्टूबर तक लॉकडाउन अवधि के दौरान मालगाड़ियों के कुल 16,786 रेकों का उपयोग प. रेलवे द्वारा 35.36 मिलियन टन आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए किया गया।
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32,953 मालगाड़ियों को अन्य ज़ोनल रेलों के साथ इंटरचेंज किया गया। पार्सल वैन, रेलवे मिल्क टैंकर (आरएमटी) के मिलेनियम पार्सल रेक देश के विभिन्न भागों में दूध पाउडर, तरल दूध और अन्य सामान्य उपभोक्ता वस्तुओं जैसी आवश्यक सामग्री की मांग के अनुसार आपूर्ति करने के लिए भेजे गये। इन मालगाड़ियों से प्राप्त कुल राजस्व 4453.60 करोड़ रु. रहा। तीन अक्टूबर को तीन पार्सल विशेष ट्रेनें पश्चिम रेलवे से रवाना हुईं।
कोरोना महामारी के प्रतिकूल प्रभावों के बावजूद 23 मार्च से 2 अक्टूबर तक 1.40 लाख टन से अधिक वज़न वाली वस्तुओं को प. रेलवे द्वारा अपनी 582 पार्सल विशेष गाड़ियों के माध्यम से देश के विभिन्न भागों में ले जाया गया है जिनमें कृषि उत्पाद, दवाइयां, मछली, दूध आदि मुख्य रूप से शामिल हैं।
इस परिवहन के माध्यम से हासिल राजस्व लगभग 47.22 करोड़ रुपये रहा है। इस अवधि के दौरान, पश्चिम रेलवे द्वारा 98 दूध विशेष रेलगाड़ियाँ चलाई गयी, जिनमें लगभग 74 हजार टन भार था और वैगनों का 100 फीसदी उपयोग हुआ। इसी तरह 437 कोविड -19 विशेष पार्सल गाड़ियां 44 हजार टन के भार के साथ विभिन्न आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए चलाई गईं। इनके अलावा 21 हज़ार टन भार वाले 47 इंडेंटेड रेक भी लगभग 100 प्रतिशत उपयोग के साथ चलाये गये।