वैक्सीन ले चुके लोगों से तेजी से फैल सकता है कोरोना का डेल्टा वैरिएंट, स्टडी में कही गई यह बात
गुरुवार को एक ब्रिटिश स्टडी में पता चला है कि कोरोनवायरस वायरस (corona virus) का डेल्टा वेरिएंट, vaccinated लोगों से उनके आस-पास के संपर्कों तक आसानी से फैल सकता है. हालांकि, संपर्क में आए लोग अगर वैक्सीनेटेड होंगे, तो उनके संक्रमित होने की संभावना कम होगी. इंपीरियल कॉलेज लंदन की एक स्टडी में पता चलता है कि कैसे बेहद संक्रामक डेल्टा वेरिएंट उस आबादी में भी फैल सकता है जहां लोगों ने टीका लिया हुआ है. शोधकर्ताओं का कहना है कि COVID-19 के गंभीर खतरे को कम करने का सबसे अच्छा तरीका वैक्सीन ही है. साथ ही, उन्होंने बूस्टर शॉट्स की ज़रूरत पर ज़ोर दिया.
शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन लोगों ने वैक्सीन ली हुई थी उनमें संक्रमण ज़्यादा तेजी से ठीक हुआ, जबकि बिना वैक्सीन वाले लोगों में पीक वायरल लोड समान रहा. स्टडी की सह लेखिका डॉ अनिका सिंगनायगम ने कहा, “कोविड-19 से संक्रमित हुए लोगों से बार-बार नमूना लेने पर, हमने पाया कि टीकाकरण कराने वाले लोग भी संक्रमित हो सकते हैं और अपने घरों में ही संक्रमण फैला सकते हैं. संक्रमण का शिकार वे लोग भी हो सकते हैं जिन्होंने टीका लिया हुआ हो”.
उन्होंने कहा कि शोध के नतीजे अहम इनसाइट देते हैं कि आखिर डेल्टा वेरिएंट की वजह से दुनिया भर में कोविड -19 के मामले क्यों बढ़ रहे हैं, खासकर ऐसे देशों में जहां टीकाकरण की दर ज़्यादा है. इस स्टडी में 621 लोगों में हिस्सा लिया था. इसमें पाया गया कि डेल्टा कोविड -19 से संक्रमित लोगों के 205 घरेलू संपर्कों में से, 25% वैक्सीनेटेड संपर्कों की तुलना में 38% संपर्क जिन्होंने टीका नहीं लिया था वे कोविड पॉज़िटिव पाए गए थे.
पॉज़िटिव आए वैक्सीनेटेड संपर्कों ने नेगेटिव आए लोगों की तुलना में अपने शॉट्स बहुत पहले लिए थे. शोधकर्ताओं का कहना है कि यह इस बात का सुबूत था कि वैक्सीनेटेड लोगों में इम्यूनिटी कम हो रही है और उन्हें बूस्टर शॉट्स की ज़रूरत है. इंपीरियल एपिडेमियोलॉजिस्ट नील फर्ग्यूसन का कहना है कि इम्यूनिटी समय के साथ कम हो जाती है. इसलिए आप कभी भी संक्रमित हो सकते हैं और इसलिए बूस्टर कार्यक्रम बेहद ज़रूरी है.