नई दिल्ली: कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद कीर्ति आजाद , कांग्रेस की हरियाणा इकाई के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर और जनता दल-यूनाइटेड (जद-यू ) के पूर्व महासचिव और पूर्व सांसद पवन वर्मा मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए।
इन तीनों नेताओं ने आज यहां तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनर्जी से मुलाकात के बाद पार्टी की सदस्यता ली। तंवर ने तृणमूल का दामन थामने के बाद संवाददाताओं से कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अहंकारी और तानाशाह सरकार को हटाने के लिए देश को सुश्री बनर्जी के नेतृत्व की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि जिस तरह देश के तमाम किसान संगठनों की एकता की वजह सरकार को कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ा उसी तरह देश के तमाम राजनीतिक दलों को एक साथ मिलकर भाजपा सरकार को उखाड़ने के लिए अपने व्यक्तिगत अहम और महत्वाकांक्षाओं को भूलकर साथ आना होगा। इससे पहले आज़ाद ने तृणमूल में शामिल होने के बाद संवाददाताओं से कहा कि आज देश को ऐसे व्यक्तित्व की ज़रूरत है जो देश को सही और नयी दिशा दिखा सके। सुश्री बनर्जी में यह नेतृत्व देने की क्षमता है।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से सुश्री बनर्जी ने ज़मीन पर उतरकर आम लोगों से जुड़ी तकलीफों को समझा है वह देश सेवा लिए उनकी भावना को दर्शाता है। आज़ाद ने कहा कि उनकी कोई जात या धर्म नहीं है बल्कि सुश्री बनर्जी की तरह देश सेवा करना ही उनका उद्देश्य है। इससे पहले जदयू के पूर्व महासचिव और पूर्व सांसद श्री वर्मा ने तृणमूल में शामिल होने के बाद संवाददाताओं से कहा कि आज की राजनीतिक परिस्थितियों में विपक्ष का मज़बूत होना ज़रूरी है। मौजूदा हालात में विपक्ष को सही नेतृत्व देने की क्षमता सिर्फ सुश्री बनर्जी के पास है। उन्होंने कहा कि हम सुश्री बनर्जी को 2024 के आम चुनावों के बाद दिल्ली में देखना चाहते हैं।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से पूर्व सांसद रहे आज़ाद 1983 की क्रिकेट विश्व कप विजेता टीम के सदस्य थे। दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ में कथित अनियमितताओं तथा भ्रष्टाचार को लेकर तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली पर आरोप लगाने के चलते उन्हें भाजपा से निलंबित कर दिया गया था। वह वर्ष 2018 में कांग्रेस में शामिल हो गए थे। आज़ाद बिहार की दरभंगा संसदीय सीट से तीन बार भाजपा के टिकट पर लोकसभा सांसद चुने गए। भारतीय विदेश सेवा के पूर्व अधिकारी श्री वर्मा जदयू के पूर्व महासचिव, राज्य सभा सांसद और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सलाहकार रह चुके हैं। उन्हें वर्ष 2020 में जद-यू से निष्कासित कर दिया गया था।
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष तंवर 2019 में कांग्रेस से अलग हो गए थे। वह हरियाणा की सिरसा लोकसभा सीट से सांसद भी रह चुके हैं।
इससे पहले सुश्री बनर्जी से प्रसिद्ध गीतकार और पूर्व सांसद जावेद अख्तर और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के सलाहकार रहे सुधींद्र कुलकर्णी ने भी मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद कुलकर्णी ने कहा कि सुश्री बनर्जी से उनकी मौजूदा राजनीतिक और गैर राजनीतिक मसलों पर सामान्य चर्चा हुई।