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‘किसी को मूर्ख नहीं बनाया जाना चाहिए’, रूस पर भड़का अमेरिका, जेलेंस्की बोले, हमें भोला मत समझो

वॉशिंगटन/कीव/मॉस्को: यूक्रेन की राजधानी कीव से अपने सैनिकों को दूर ले जाने की रूस की योजना को पेंटागन ने एक ‘छल’ बताया है। अमेरिका के साथ साथ यूक्रेन को भी रूस के इस फैसले पर ना सिर्फ हैरानी है, बल्कि यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने तो यहां तक कहा है, कि यूक्रेनी के लोग इतने भी भोले नहीं हैं, कि वो रूस की इस चाल को ना समझें।

पेंटागन ने क्या कहा?
पेंटागन ने कहा कि रूस अपने सैनिकों को यूक्रेन की राजधानी कीव से दूर यूक्रेन में अपने आक्रमण में एक रणनीतिक बदलाव के रूप में ले जा रहा है और किसी को भी यह विश्वास करने के लिए मूर्ख नहीं बनाया जाना चाहिए, कि वह अपने सभी बलों को वापस ले रहा है या अचानक कीव पर अपने हमलों को कम कर रहा है। पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने मंगलवार को रूस के कीव से सैनिकों को दूर ले जाने के फैसले पर कहा कि, “यह एक पुनर्स्थापन है, वास्तविक वापसी नहीं है, और हम सभी को अब यूक्रेन के अन्य क्षेत्रों के खिलाफ एक बड़े हमले के लिए तैयार रहना चाहिए। इसका मतलब यह नहीं है कि कीव के लिए खतरा खत्म हो गया है।” हालांकि, रूस ने घोषणा की है, कि रूस और यूक्रेन के बीच नए दौर की वार्ता के बाद यह कीव के आसपास लड़ाई को कम करेगा।

‘अपने मकसद में फेल रहा है रूस’
पेंटागन ने कहा कि, रूस कीव पर कब्जा करने और यूक्रेन को अपने अधीन करने के अपने उद्देश्य में विफल रहा है, लेकिन रूस अभी भी यूक्रेन पर हमले कर रहा है और रूस अभी भी अपने मकसद को कामयाब बनाने में लगा हुआ है। वहीं, तुर्की की राजधानी इस्तांबुल में आयोजित शांति वार्ता में, यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडल ने रूस की सबसे बड़ी डिमांड ‘तटस्थता’ पर राजी होने की तरफ इशारा दिया है, लेकिन यूक्रेन ने यह भी शर्त रखा है, कि ऐसी स्थिति में यूक्रेन की सुरक्षा की गारंटी ‘राष्ट्रों’ के समूह के द्वारा दी जाए, बेशक वो नाटो नहीं हो। जबकि रूसी पक्ष ने घोषणा की कि वे कीव और चेर्निहाइव की दिशा में सैन्य गतिविधियों में कटौती करेंगे। रूस के मुख्य वार्ताकार व्लादिमीर मेडिंस्की ने कहा कि, वार्ता “रचनात्मक” थी और रूस उसी समय राष्ट्रपति स्तर की बैठक पर विचार करने को तैयार है, जब दोनों देशों के विदेश मंत्री प्रारंभिक सौदे पर बातचीत शुरू करने के लिए मिलते हैं। हालांकि, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने सुझाव दिया कि, रूसी का ये फैसला मास्को द्वारा “लोगों को धोखा देने और ध्यान हटाने” का प्रयास हो सकता है।

‘यूक्रेनी भोले नहीं हैं’: ज़ेलेंस्की
रूस ने कहा है कि, वो यूक्रेन से बातचीत के बाद राजधानी कीव की घेराबंदी खत्म करने और राजधानी के बाहर से जमा सेना को हटाने के लिए तैयार है। लेकिन, यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने रूस के दावे पर सवाल उठाए हैं और उन्होंने कहा कि, ‘यूक्रेनी भोले नहीं हैं।’ यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि, “बेशक, हम सभी जोखिमों को देख रहे हैं। लेकिन, हमें उस राज्य के कुछ प्रतिनिधियों के शब्दों पर भरोसा करने का कोई कारण नहीं दिखता जो हमारे विनाश के लिए लगातार युद्ध कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि, “यूक्रेनी भोले लोग नहीं हैं। आक्रमण के इन 34 दिनों के दौरान और डोनबास में युद्ध के पिछले आठ वर्षों में यूक्रेनियन पहले ही जान चुके हैं कि केवल एक ठोस परिणाम पर ही भरोसा किया जा सकता है।”

रूस की कथनी करनी में फर्क?
पेंटागन का कहना है कि कीव से केवल कुछ ही रूसी सैनिक दूर जा रहे हैं और यह देखा जाना बाकी है कि मॉस्को डी-एस्केलेशन के अपने दावों के बाद क्या करता है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि, “रूस क्या कहता है और रूस क्या करता है, और हम बाद वाले पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं” और रूस जो यूक्रेन में लगातार कर रहा है, वो क्रूरता है। वहीं, यूक्रेन की सेना का कहना है कि उसे कीव और चेर्निहाइव के आसपास से रूस की सेना वापसी के एलान पर भरोसा नहीं है। यूक्रेन के जनरल स्टाफ ने एक बयान में कहा, “ऐसे संकेत हैं कि रूसी सेनाएं पूर्वी यूक्रेन पर अपने प्रयासों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए फिर से संगठित हो रही हैं।”

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