चंडीगढ़: हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि इस बार एक्साइज और जीएसटी में रिकॉर्ड कलैक्शन हुआ है और वित्त वर्ष पूरा होने तक सभी रिकॉर्ड टूटेंगे। उन्होंने बताया कि पिछले साल के मुकाबले आबकारी और जीएसटी संग्रह में अब तक करीब 23 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। वे यहां पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने यह भी बताया कि हरियाणा की सभी डिस्टिलरीज में अगले साल 28 फरवरी 2023 तक फ्लो-मीटर लगा दिए जाएंगे। प्रदेश की सभी शराब की दुकानों पर 31 दिसंबर 2022 तक पीओएस मशीन (प्वाइंट ऑफ सेल्स) लगाने के आदेश दिए गए हैं।
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने पत्रकार वार्ता में बताया कि हरियाणा सरकार ने अपनी आबकारी नीति में कई ऐतिहासिक कदम उठाए हैं जिनके सकारात्मक परिणाम आए हैं। इसके तहत प्रदेश की सभी शराब की दुकानों पर 31 दिसंबर 2022 तक पीओएस मशीन लगाने का निर्णय लिया गया। उन्होंने बताया कि अभी तक 55 प्रतिशत दुकानों पर तो पीओएस सिस्टम लगाया भी जा चुका है। दुष्यंत चौटाला ने बताया कि अगर निर्धारित समय में ये मशीनें नहीं लगाई तो उन दुकान मालिकों को दंडित किया जाएगा। देश में हरियाणा पहला ऐसा राज्य है जहां शराब की दुकानों पर पीओएस मशीन लगाने के निर्देश दिए गए हैं। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बताया कि सभी डिस्टिलरीज प्लांट में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
इन सभी सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से मुख्यालय में कंट्रोल-रूम स्थापित करके नजर रखी जा रही है। उन्होंने बताया कि आबकारी वर्ष 2019-20 के दौरान 6361 करोड़ रूपय, जबकि वर्ष 2020-21 में 6790 करोड़ रूपए का आबकारी-राजस्व मिला है। वर्ष 2021-22 में 7936 और इस वर्ष अभी तक 5736 करोड़ रूपए एकत्रित हो चुके हैं जिससे अनुमान है कि चालू आबकारी-वर्ष में 9500 करोड़ रूपए एकत्रित कर बैंचमार्क को छू लेंगे, जबकि इस वर्ष राजस्व के रूप में लक्ष्य 8900 करोड़ रूपए ही रखा गया था। जीएसटी संग्रह के बारे में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बताया कि कंजप्शन और प्रोडक्शन आधार पर तुलनात्मक अध्ययन करें तो जीएसटी का राजस्व एकत्रित करने के मामले में हरियाणा देश का नंबर वन राज्य बन गया है।
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हमारा राज्य जीएसटी के मामले में पिछले वर्ष मॉड्यूल-वन से मॉड्यूल-टू में शिफ्ट हो चुका है जिसके लिए अधिकारियों ने सराहनीय कार्य किया और इसके सकारात्मक परिणाम आए हैं। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष 14 नवंबर 2021 तक 14,302 करोड़ करोड़ रुपए का जीएसटी एकत्रित हुआ था वहीं इस वर्ष अभी तक 18,290 करोड़ रूपए एकत्रित हो चुका है जो लगभग 22.71 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है।