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ब्लड प्रेशर को करना चाहते हैं कंट्रोल, तो आज ही डाइट में शामिल कर लें ये फूड्स

नई दिल्‍ली: मौजूदा दौर में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या कुछ ज्यादा ही देखने को मिल रही है। हमारा खराब लाइफस्टाइल और अनहेल्दी खान-पान इसकी असल वजह है। हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हार्ट डिजीज, स्ट्रोक और किडनी (Heart disease, stroke and kidney) डिजीज जैसी बीमारियों (diseases) को बढ़ाने का काम करती हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स दावा करते हैं कि लाइफस्टाइल में कुछ जरूरी बदलाव हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन जैसी बीमारियों का खतरा (hazard) कम कर सकते हैं।

हरी पत्तेदार सब्जियां नाइट्रेट युक्त होती हैं, जो हमारे ब्लड प्रेशर को मैनेज करने का काम करता है। कुछ स्टडी इस बात का दावा करती हैं कि रोजाना करीब एक बाउल हरी सब्जियों का सेवन करने से लोअर ब्लड प्रेशर और कार्डियोवस्कुलर डिजीज का जोखिम कम होता है।

ब्लूबेरी और स्ट्रॉबेरी में पाए जाने वाला एंटीऑक्सीडेंट (antioxidant) जिसे एंथोसायनिन कहा जाता है, हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से निजात दिला सकता है। करीब 14 साल से हाइपरटेंशन के पीड़ितों पर हुई एक स्टडी बताती है कि एंथोसायनिन का नियमित सेवन करने वालों में हाई ब्लड प्रेशर का खतरा करीब 8 प्रतिशत कम देखा गया है।

केले (bananas) में पाए जाने वाला पोटेशियम हाइपरटेंशन की बीमारी को कंट्रोल करने में कारगर माना गया है। एक मीडियम साइज के केले में करीब 422 मिलीग्राम पोटैशियम होता है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, पोटैशियम शरीर में सोडियम से होने वाले नुकसान को कम कर रक्त वाहिकाओं को दुरुस्त रखता है।

डार्क चॉकलेट में पाए जाने वाले कोकोआ में एक एंटीऑक्सीडेंट फ्लेवोनॉयड पाया जाता है। डॉक्टर्स कहते हैं कि ये एंटीऑक्सीडेंट (antioxidant) शरीर में ब्लड प्रेशर के खतरे को कम करने में सहायक है।

साल 2015 में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार, कीवी का रोजाना सेवन करने से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या खत्म हो सकती है। रिपोर्ट के अनुसार, रोजाना करीब 3 कीवी या सप्ताह में करीब 8 कीवी खाने वालों में ब्लड प्रेशर की समस्या सामान्य लोगों की तुलना में कम होती है।

गर्मी के मौसम में मिलने वाला तरबूज भी हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को दूर रखने में कारगर माना गया है। तरबूज में सिट्रूलीन नाम का एक अमीनो एसिड पाया जाता है। हमारा शरीर सिट्रूलीन को अर्जीनाइन में कन्वर्ट कर देता है, जिससे शरीर में नाइट्रिक ऊर्जा का प्रोडक्शन होता है। वही गैस जो हमारी रक्त वाहिकाओं और धमनियों को रिलैक्स रखने का काम करती हैं।

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