नई दिल्ली : दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार का महत्वाकांक्षी ‘दिल्ली शॉपिंग फेस्टिवल’ तय समय पर नहीं होगा। अब इसके आयोजन की तारीख आने में कुछ ही समय बचा है लेकिन अभी तक ये प्रोजेक्ट अपनी प्लानिंग स्टेज में ही है। अभी तक कैबिनेट से अनुमति मिलना बाकी था। अब दिल्ली सरकार का फोकस G20 समिट में भाग लेने के लिए तैयारियों पर ज्यादा है।
‘दिल्ली शॉपिंग फेस्टिवल’ का आयोजन अगले साल जनवरी के आखिरी हफ्ते में होना था लेकिन सूत्रों की मानें तो अब इसकी तारीख को आगे बढ़ा दिया जाएगा या अगर आयोजन हुआ भी तो बड़े स्तर पर नहीं होगा। सूत्रों ने यह भी बताया कि, अगले हफ्ते दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया इस प्रोजेक्ट की प्रोग्रेस जानने के लिए आएंगे और तभी इस पर आखिरी निर्णय लिया जाएगा। सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि, दिल्ली शॉपिंग फेस्टिवल का आयोजन दिल्ली टूरिज्म विभाग को करवाना था लेकिन, अभी तक कोई औपचारिक प्रस्ताव नहीं भेजा गया था। दिल्ली सरकार ने दिल्ली टूरिज्म और परिवहन विभाग को इस फेस्टिवल को कराने का जिम्मा सौंपा था लेकिन अब इसके आयोजन में देरी की संभावनाएं देखी जा सकती हैं।
रोजगार बजट में यह घोषणा की गई थी कि, इस फेस्टिवल के माध्यम से पांच साल में डेढ़ लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जुलाई में घोषणा की थी कि, 26 जनवरी से 28 फरवरी, 2023 तक दिल्ली शॉपिंग फेस्टिवल का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा था कि, विश्वस्तरीय क्लोजिंग और ओपनिंग सेरेमनी के साथ दिल्ली की सभी दुकानों, मॉल्स और बाजारों को नए रूप में सजाया जाएगा।
दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार के इस प्रोजेक्ट में देरी का कारण एमसीडी और गुजरात का विधानसभा चुनाव भी है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के मुताबिक दिल्ली शॉपिंग फेस्टिवल के आयोजन के लिए जिम्मेदार विभागों के बीच बातचीत हुई थी और इसके आयोजन का खाका तैयार कर लिया गया था लेकिन गुजरात और एमसीडी चुनावों के कारण इस महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट को दरकिनार कर दिया गया। सराकरी अधिकारियों ने बताया कि, दिल्ली शॉपिंग फेस्टिवल का आयोजन दिल्ली के कई मशहूर मार्केट में भी किया जाएगा, जिसमें एमसीडी, एनडीएमसी, डीडीए के साथ ट्रैफिक पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका होगी, इसलिए इन विभागों को साथ मिलकर काम करने की जरूरत पड़ेगी।