पटना : शराबबंदी वाले राज्य बिहार में एक मजदूर को कथित तौर पर मजदूरी के तौर पर दो बोतल शराब दी गई। इस घटना का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें एक मजदूर तौलिये से छिपाकर रखी गईं शराब की बोतलें दिखाता नजर आ रहा है। यह पूछे जाने पर कि उन्हें बोतलें किसने दी हैं, उसने दावा किया कि वैशाली के महुआ थाने के कर्मियों ने उन्हें मजदूरी के रूप में शराब दी है।
मजदूर ने दावा किया कि उसे और अन्य मजदूरों को पुलिस ने जब्त शराब की बोतलों को नष्ट करने के लिए बुलाया था। बोतलों को नष्ट करने के बाद उन्होंने उसे दो बोतलें मजदूरी के तौर पर दी।
महुआ थाने के एसएचओ प्रभात रंजन सक्सेना से संपर्क करने पर उन्होंने कहा, “हमने पिछले 15 दिनों से जब्त शराब की बोतलों को नष्ट नहीं किया है। ड्यूटी मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में शराब को नष्ट किया जा रहा है और पूरी कार्रवाई कैमरे में कैद है। यह शराब की खेप को नष्ट करने की एक नियमित प्रक्रिया है। वीडियो पुराना है, लेकिन यह प्रशासनिक चूक का स्पष्ट संकेत है।”
सक्सेना ने कहा, “इस बात की भी संभावना है कि कुछ लोगों ने जानबूझकर जिला प्रशासन के खिलाफ साजिश रचने के लिए वीडियो बनाया है। हम सभी कोणों से इसकी जांच कर रहे हैं।”