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कैंसर से लड़ने में यह फ़ूड करेंगे आपकी मदद

नई दिल्ली : कैंसर एक एक गंभीर और जानलेवा बीमारी है। कैंसर के कई प्रकार हैं और सभी अलग-अलग तरीके से शरीर को गंभीर नुकसान पहुंचाते हैं। कैंसर अचानक होने वाली बीमारी नहीं है। यह शरीर में धीरे-धीरे बढ़ने वाला रोग है। बेशक मौजूदा समय में कैंसर के लिए कई दवाएं और मेडिकल उपचार हैं लेकिन इससे बचने का सबसे बढ़िया तरीका लक्षणों को समय पर पहचान लेना और सही निदान ही है, जिससे बेहतर इलाज में मदद मिल सकती है।

कैंसर से बचने के उपाय क्या हैं? शरीर में कैंसर की कोशिकाएं धीरे-धीरे बढ़ती हैं इसलिए समय रहते इन्हें खत्म करना जरूरी है। आप क्या खाते-पीते हैं, इससे तय होता है कि आपको कैंसर का कितना जोखिम हो सकता है। कैंसर से बचाव के लिए वैसे तो समय पर लक्षणों की पहचान, समय-समय जांच, एक्टिव लाइफस्टाइल और हेल्दी डाइट जरूरी है लेकिन रोजाना खाई जाने वाली कुछ सब्जियों में भी कैंसर की रोकथाम वाले गुण होते हैं। चलिए जानते हैं किन सब्जियों के सेवन से आपको कैंसर से बचने में मदद मिल सकती है।

बीन्स में फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है और कई अध्ययनों में (Ref) पाया गया है कि फाइबर से भरपूर चीजों के सेवन से कोलोरेक्टल कैंसर से बचने में मदद मिल सकती है। एक अध्ययन में यह भी बताया गया है कि सूखे बीन्स का सेवन करने से ट्यूमर बनने का जोखिम कम होता है। चूहों पर किये गए एक अध्ययन में पाया गया कि उन्हें ब्लैक बीन्स खिलाने से उनमें कैंसर कोशिकाओं के विकास को 75% तक थम गया था।

कई अध्ययनों में पाया गया है कि गाजर खाने से कि तरह के कैंसर का खतरा कम हो सकता है। एक अध्ययन में शोधकर्ताओं (Ref) ने पाया कि गाजर खाने से पेट के कैंसर का खतरा 26% तक कम हो सकता है। इतना ही नहीं, इससे प्रोस्टेट कैंसर के विकास को 18% कम हो सकता है।

लहसुन में एलिसिन नामक एक सक्रिय घटक होता है। यह एक ऐसा तत्व है, जिसमें कैंसर कोशिकाओं को मारने की क्षमता होती है। नियमित रूप से लहसुन के सेवन से पेट के कैंसर का जोखिम कम होता है। एक अन्य अध्ययन से पता चला है कि लहसुन खाने से प्रोस्टेट कैंसर का खतरा भी कम हो सकता है। लहसुन और गहरे रंग वाली सब्जियां कोलोरेक्टल ट्यूमर के विकास को कम कर सकती हैं।

गोभी परिवार की सब्जियों को क्रूसिफेरस सब्जियां काया जाता है। इनमें ब्रोकोली, फूलगोभी और केल जैसी सब्जियां आती हैं जोकि विटामिन सी, विटामिन के और मैंगनीज जैसे जरूरी पोषक तत्वों से भरी होती हैं। इन सब्जियों में सल्फोराफेन भी होता है जिससे एंटीकैंसर के रूप में जाना जाता है। यह कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है। इतना ही नहीं, इस तत्व में कैंसर के ट्यूमर को रोकने की भी क्षमता होती है।

टमाटर सिर्फ खाने का स्वाद नहीं बढ़ाता बल्कि इसमें कैंसर से लड़ने वाले गुण भी होते हैं। टमाटर में लाइकोपीन होता है जोकि एक एंटीऑक्सिडेंट फाइटोकेमिकल है, जो हार्ट डिजीज को रोकने में मदद करता है। यह विटामिन ए, सी और ई का एक बढ़िया स्रोत है, जो कैंसर का कारण बनने वाली फ्री रैडिकल का दुश्मन है।

पालक और लेट्यूस जैसी पत्तेदार हरी सब्जियां एंटीऑक्सिडेंट बीटा-कैरोटीन और ल्यूटिन का बढ़िया स्रोत हैं। यह सभी पोषक तत्व कोलार्ड ग्रीन्स, सरसों का साग और केल में भी पाए जाते हैं। अमेरिकन इंस्टीट्यूट फॉर कैंसर रिसर्च के अनुसार, कुछ लैब स्टडी में पाया गया है कि इन तत्वों में कैंसर से लड़ने और कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने की क्षमता होती है। mdanderson.org की एक रिपोर्ट के अनुसार (Ref), ब्रुसेल्स स्प्राउट्स और हरी मटर में भी एंटी कैंसर गुण होते हैं।

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