नई दिल्ली : रसोई में रखे मसाले स्वास्थ्यवर्धक माने जाते हैं. प्रत्येक मसाले का अपना अलग बेनिफिट है. आमतौर पर सब्जी बनाने में इन मसालों का प्रयोग होता है. मसाले से जहां सब्जी का जायका बढ़ता है. वहीं, बॉडी का इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है. रसोई में रखा ऐसा ही मसाला है करी पत्ता है. इसके कई सारे फायदे हैं. लोग मटर पनीर बनाने, राजमा, छोले बनाने में करी पत्ता (Kari Patta) का प्रयोग करते हैं.
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए विटामिन ए बहुत जरूरी होता है. करी पत्ता में विटामिन-ए भरपूर मौजूद होता है. ये आंखों की रोशनी बढ़ाने में सहायक होता है. करी पत्ता के सेवन से मोतियाबिंद में आराम मिलता है.
अधिक शराब, ऑयली फूड, जंक फूड के कारण लिवर को नुकसान होता है. लिवर पर अनावश्यक फैट बढ़ जाती है. करी पत्ता लिवर के लिए फायदेमंद होता है. एशियन एशियन जर्नल ऑफ फर्माक्युटिकल्स में पब्लिश एक रिसर्च के अनुसार, करी पत्ता खाने से लिवर को किसी भी किस्म के ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस से दूर रख सकते हैं. ये लिवर से टॉक्सिंस बाहर निकालने का काम भी करता है. विटामिन ए आोर विटामिन सी लिवर को तंदरुस्त बनाने का काम करता है.
रेग्यूलर करी पत्ता खाने से डायबिटीज नियंत्रण में रहती है. जर्नल ऑफ प्लांट फूड फॉर न्यूट्रिशन में प्रकाशित रिसर्च में सामने आया है कि नियमित तौर पर करी पत्ता खाने से ब्लड शुगर लेवल नहीं बढ़ता है. इंसुलिन सही बनता रहता है. करी पत्ते में मौजूद फाइबर शुगर को कंट्रोल करने का काम करता है. इससे टाइप टू डायबिटीज से बचे रहते हैं.
सर्दी, खांसी, जुकाम जैसी समस्या है. कफ अधिक है. सीने में जमा हुआ है और साइनोसाइटिस की समस्या बनी रहती है तो करी पत्ता बहुत आराम करता है. यह छाती में जमेेे कफ को बाहर निकालने का काम करता है. इसमें मौजूद विटामिन सी और ए के कंपाउंड केमेफेरोल में एंटी इन्फ्लेमेटरी तत्व होता है. ये सीने को राहत देने का काम करता है.
यदि पाचन तंत्र संबंधी गड़बड़ी रहती है तो करी पत्ता औषधि का काम कर सकता है. ये कब्ज, दस्त में राहत देता है. पेट की बीमारियों को ठीक कर मेटाबॉलिज्म में सुधार करता है. इससे मोटापा नहीं बढ़ता है.