मोतिहारी : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू गुरुवार को बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह में शामिल हुईं। इस मौके पर उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि महात्मा गांधी जी की विरासत को समझने और आत्मसात करने के लिए आप सब को सादगी और सच्चाई के अच्छे परिणामों को समझना होगा।
उन्होंने कहा कि मैं अनुभव पर आधारित दृढ़ विश्वास से कहती हूं कि सादगी और सच्चाई का रास्ता ही वास्तविक सुख, शांति और प्रसिद्धि का मार्ग है। पूर्वी चंपारण जिला मुख्यालय मोतिहारी में आयोजित समारोह में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उपस्थित रहे।
राष्ट्रपति ने इतिहास की चर्चा करते हुए कहा कि आज से लगभग 106 वर्ष पहले चंपारण में गांधीजी के कहने पर लोगों ने सामाजिक समानता और एकता का रास्ता अपनाया और ब्रिटिश हुकूमत को झुकने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने कहा कि आज भी सामाजिक समानता और एकता का वही रास्ता देशवासियों को आधुनिक विकास के रास्ते पर आगे ले जाएगा और भारत एक विकसित देश के रूप में प्रतिष्ठित होगा।
राष्ट्रपति मुर्मू ने प्रसन्नता जताते हुए कहा कि महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, मोतिहारी के विभिन्न शिक्षण कार्यक्रमों में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों में छात्राओं की संख्या लगभग 60 प्रतिशत है। होनहार छात्राओं के उत्कृष्ट प्रदर्शन और बढ़ते हुए आत्म-विश्वास में मुझे भविष्य के विकसित भारत का स्वरूप दिखाई देता है।
राष्ट्रपति के शाम को पटना स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान चिकित्सा संस्थन (एम्स) के दीक्षांत समारोह को संबोधित करने का कार्यक्रम है। राष्ट्रपति बनने के बाद मुर्मू पहली बार बुधवार को तीन दिवसीय दौरे पर बिहार पहुंचीं। वे राजभवन में ठहरी हैं। राष्ट्रपति शुक्रवार को गया जिले में स्थित दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में भाग लेंगी।