विशाखापत्तनम : चक्रवाती तूफान ‘मिचौंग’ मंगलवार को बापटला के करीब आंध्र प्रदेश तट को पार करते हुए अपने पीछे तोड़-फोड़ के निशान छोड़ गया है। तूफान के साथ ही तेज बारिश और 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली। इससे बड़ी तबाही हुई और दो करोड़ से अधिक लोग प्रभावित हुए। तूफान ने अब तक 17 लोगों की जान ले ली है। चेन्नै और उसके पड़ोसी जिलों में 16 लोगों की मौत हुई है, जबकि आंध्रप्रदेश में भी एक बच्चे की मौत हुई है।
‘मिचौंग’ तूफान के कारण रविवार से सोमवार तक औसतन 46 सेंटीमीटर बारिश हुई। इससे चेन्नै और आसपास के क्षेत्रों में बड़ी तबाही हुई है। मंगलवार को हजारों घर और गाड़ियां जलमग्न रहे। हालांकि शहर में दिन में आमतौर पर धूप थी। वहीं आंध्र में चक्रवाती तूफान ने हजारों एकड़ में खड़ी फसलों को बर्बाद कर दिया। बारिश के चते मुख्य रूप से धान की फसल को ज्यादा नुकसान पहुंचा। तूफान से पहले करीब 10,000 लोगों को निकाला गया।
तमिलनाडु सीएम एमके स्टालिन ने केंद्र सरकार से बाढ़ राहत के लिए 5,000 करोड़ रुपये की सहायता मांगी है। तमिलनाडु की राजधानी में मंगलवार को पानी भर गया। 61,000 से अधिक लोग सरकार की ओर से चलाए जा रहे शेल्टर होम में शरण लिए हैं। सीएम स्टालिन ने रिकॉर्ड बारिश के कारण सड़कों, इमारतों और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को हुए व्यापक नुकसान होने की बात कही है। उन्हों ने केंद्रीय सहायता के तौर पर 5,000 करोड़ रुपये का अनुरोध किया है।
तूफान के बीच एनडीआरएफ और सेना के बचावकर्मियों ने महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों और पालतू जानवरों सहित पानी में फंसे चेन्नै के लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया। इसके अलावा सेना के हेलीकॉप्टरों ने प्रभावित इलाकों में खाने के पैकेट गिराए। चेन्नै के निचले इलाकों से पानी निकालने के लिए लगभग 600 पंप लगाए गए हैं। इसके बावजूद शहर के कई इलाके अभी तक डूबे हुए हैं।
लगातार बारिश के कारण चेन्नै में इंफॉर्मेशन टेक्नॉलॉजी कॉरिडोर पर गंभीर प्रभाव देखा गया। पेरुंगुडी जैसे इलाकों में कॉर्पोरेट कार्यालयों और आईटी फर्मों को बाढ़ के कारण चुनौतियों का सामना करना पड़ा। ओएमआर जो कि एक महत्वपूर्ण बिजनेस हब है, वह भी 15 घंटे तक बाढ़ के पानी में डूबा रहा।
जानकारों का कहना है कि चेन्नै में भारी बारिश का कारण तूफान का नजदीक से गुजरना है। तूफान चेन्नै से 90 किमी पूर्व के करीब से गुजरा। जो कि आठ घंटे से अधिक समय तक स्थिर रहा। यह आंध्र की ओर उत्तर दिशा में 3 किमी प्रति घंटे से 5 किमी प्रति घंटे की गति से वापस लौट रहा है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अधिकारियों ने बताया कि चक्रवाती तूफान ने मंगलवार दोपहर को लगभग तीन घंटे तक आंध्र प्रदेश में अपना प्रभाव जारी रखा। इससे क्षेत्र में तेज आंधी और भारी बारिश हुई। इसके बाद यह उत्तर की ओर बढ़ गया और मंगलवार रात कमजोर होकर हो गया। बुधवार को इसके और कमजोर होकर दबाव में बदलने की आशंका है। इससे उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और दक्षिणी ओडिशा के कुछ हिस्सों में भारी बारिश होगी।