गिरावट के बाद शेयर मार्केट ने पकड़ी तेज रफ्तार, 250 अंक चढ़ा सेंसेक्स; निफ्टी में भी उछाल

मुंबई: विदेशी पूंजी के प्रवाह के बीच सेंसेक्स और निफ्टी में बुधवार को शुरुआती कारोबार में बढ़त दर्ज की गई। बीएसई सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 93.05 अंक की बढ़त के साथ 81,676.35 अंक पर जबकि एनएसई निफ्टी 42.80 अंक चढ़कर 24,896.20 अंक पर रहा। बाद में, बीएसई सेंसेक्स 228.13 अंक की बढ़त के साथ 81,812.04 अंक पर और निफ्टी 82.25 अंक चढ़कर 24,937.70 अंक पर कारोबार करने लगा।
सेंसेक्स में शामिल 30 कंपनियों में से इंडसइंड बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति, टाइटन, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर सबसे अधिक मुनाफे में रहे। कोटक महिंद्रा बैंक, पावर ग्रिड, एनटीपीसी और अदाणी पोर्ट्स के शेयर में नुकसान दर्ज किया गया। एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की 225 फायदे में रहे जबकि शंघाई एसएसई कम्पोजिट तथा हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे। अमेरिकी बाजार मंगलवार को नकारात्मक रुख के साथ बंद हुए थे। अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.44 प्रतिशत की बढ़त के साथ 76.79 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) मंगलवार को खरीदार रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 1,482.77 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने भी पिछले कारोबारी सत्र में 8,207.19 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। भारतीय रुपये ने बुधवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले सीमित दायरे में कारोबार किया। कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों ने स्थानीय मुद्रा पर दबाव डाला है। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपये में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। रुपया 86.42 प्रति डॉलर पर खुला और फिर डॉलर के मुकाबले 86.25 पर पहुंच गया। इससे पहले रुपया मंगलवार को 30 पैसे टूटकर 86.34 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.16 प्रतिशत की गिरावट के साथ 98.66 पर रहा।म
मीडिल ईस्ट में ईरान और इजरायल के बीच लगातार छह दिनों से जारी संघर्ष और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ईरान को गंभीर चेतावनी से बाजार सहमा हुआ नजर आया। ट्रंप ने कहा कि ईरान बिना शर्त सरेंडर करे वरना उसे गंभीर नतीजे भुगतने होंगे। ट्रंप ने यह भी दावा किया कि उन्हें पता है कि ईरान का सुप्रीम लीडर कहां छिपा है, लेकिन अभी वह उस पर हमला नहीं करेंगे।