मध्य प्रदेशराजनीतिराज्य

शीतकालीन सत्र में कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव से निपटने भाजपा ने बनाई खास रणनीति

भोपाल : मध्यप्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र 19 दिसंबर से शुरू हो रहा है। शीतकालीन सत्र इस बार बेहद गरम रह सकता है। क्योंकि विपक्ष शिवराज सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला रही है। विपक्ष ने कई तथ्यों को एकत्र करना शुरू कर दिया है, वहीं शिवराज सरकार ने भी इससे निपटने के लिए अफसरों के साथ चर्चा तेज कर दी है।

सोमवार से मध्यप्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है। इससे पहले शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सभी मंत्रियों और अधिकारियों के साथ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर रणनीति पर चर्चा कर रहे हैं।

इस बैठक में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान कांग्रेस की ओर से लगाए जाने वाले आरोपों को ध्यान में रखकर आरोपों के जवाब तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। इसी के साथ अधिकारियों को विधानसभा से संबंधित सवालों के लंबित जवाब समय पर तैयार करने को भी कहा गया है।

सोमवार से शुरू होने वाले शीतकालीन सत्र के पहले बीजेपी विधायक दल की बैठक भी होगी। वहीं कांग्रेस एक दिन पहले रविवार को विधायक दल की बैठक करने वाली है। कांग्रेस ने अपने सभी विधायकों से भाजपा सरकार के खिलाफ तथ्यों को एकत्र करने के लिए कहा है।

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डा. गोविंद सिंह के मुताबिक सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। इसके विरुद्ध एक नहीं अनेक मामले हैं। निर्माण कार्यों में अनियमितता से लेकर कर्मचारियों के साथ भी अन्याय हो रहा है। ओबीसी वर्ग को अब तक 27 फीसदी आरक्षण नहीं मिला है। अनूसूचित जाति-जनजाति के व्यक्तियों पर अत्याचार की घटनाएं बढ़ी हैं। इसके अलावा प्रदेश में बहुचर्चित ई-टेंडरिंग मामला हो या फिर पूरक पोषण आहार की गड़बड़ी सबके सामने है। सरकार सदन में जवाब देने से बचना चाहती है, जितनी अवधि का सत्र बुलाया जाता है उतना ही नहीं चलाया जाता है। अविश्वास प्रस्ताव के लिए समय चाहिए, लेकिन शीतकालीन सत्र की अवधि कम कर दी गई है।

इधर, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ ने भी 18 दिसंबर को कांग्रेस नेताओं की एक अहम बैठक बुलाई है। इस बैठक में भारत जोड़ो यात्रा के बाद अपने नए अभियान हाथ से हाथ जोड़ो की तैयारी को लेकर चर्चा होगी। बैठक रविवार को होगी। कांग्रेस की स्टीयरिंग कमेटी के सदस्य दिग्विजय सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के आवास पर यह बैठक होगी। गौरतलब है कि कांग्रेस का नया अभियान हाथ जोड़ो अभियान दो माह तक चलेगा। कांग्रेस इसके जरिए अपनी चुनावी तैयारी को तेज करने जा रही है। 30 जनवरी 2023 को श्रीनगर में भारत जोड़ो यात्रा के समापन के बाद हाथ से हाथ जोड़ो यानी घर-घर तक कार्यकर्ताओं की पहुंच ेक लिए पूरे देश में एक साथ कैंपेन चलाई जाएगी।

Related Articles

Back to top button