साहित्य

कोरोना भी खड़ा हंस रहा

सूर्य कांत शर्मा सारस्वत भंडार में उड़ी हुई है धूल।चिमटे चम्मच पूंछ रहे और कड़ाही मंज रही।चाटुकारिता और लालसा कर…

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योगी के रूप में भाजपा को मिला नया ‘युवा-हिन्दू हृदय सम्राट’

सुरेश बहादुर सिंह लखनऊ, 06 अगस्त, दस्तक टाइम्स : लगभग तीन दशक के बाद भाजपा को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के…

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अयोध्या से देश दुनिया को कई सन्देश दे गए मोदी

सुरेश बहादुर सिंह लखनऊ, 05 अगस्त, दस्तक टाइम्स : अयोध्या में भूमि पूजन के साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने…

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चैत की एक रात

नीरज कुमार “दस्तक साहित्य संसार”  संस्मरण रात के बारह बजे हैं, पर मेरे घर में कोई सो नहीं रहा है।…

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मेरे चार माहें बच्चे

आदित्य राज कविता मेरे बच्चेतुम्हारी ही तरह वो गिरगिटिया दाने भी बड़े हो गएजिसे तुम्हारे ही साथ मैंने जमीन में…

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लिंचिंग ट्रेनिंग कैंप में कुछ पल

आदित्य राज कविता देखा है तुमने?, खाकियों पर टंगे मुखौटों के सामनेलाठियों का नंगा नाच, अच्छा! तुम क्या करोगे?जब तुम्हारा…

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डबडबायी आंखें

आदित्य राज कविता मानवता एक लाशसांसे चल रही है जिसकी अब तक घसीट कर लाया जा रहा जिसे शमशान से…

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मुंशी प्रेमचंदः जो आज भी मौजूं हैं

 संजय सक्सेना जयंती पर विशेष आज (जन्म 31 जुलाई 1880- मृत्यु 08 अक्टूबर 1936) मुंशी प्रेमचंद की जयंती है। पूरा…

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पंचायतों, जिलों में समाज के स्तर पर उठाने के लिए कुछ उदाहरणस्वरूप मुद्दें और काम

के.एन. गोविन्दाचार्य पंचायतों मे जमीन, जल, जंगल, जानवर, कृषि, गोपालन, शिक्षा, स्वास्थ्य न्याय को क्रियाशील करना होगा। पंचायतों को सशक्त,…

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जैविक घड़ी के साथ चलकर जीवन में आती है स्वास्थ्य की क्रान्ति

डॉ. योगी रवि नई दिल्ली: आधुनिक जीवन शैली में दौड़ता इंसान प्रकृति के संतुलित प्रवाह से कहीं आगे निकल चुका…

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उत्तर-कोरोना काल में स्कूली शिक्षा की चुनौतियाँ

सर्वेश कुमार मौर्य आज हम जिस दौर में हैं, वह चुनौतियों से भरा दौर है। कोरोना वायरस ने हमारे समय,…

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हिंदी का दर्द चीन्हें!

के. विक्रम राव स्तम्भ: जरूरत है अब कि अकादमिक क्षेत्र के साथ स्कूली स्तर पर सुधार के कदम उठाये जाएँ।…

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भारत के 1980-95 तक की राजनीति की एक झलक

के.एन. गोविन्दाचार्य भाग-4 सन् 89 के चुनाव मे कांग्रेस हारी। बोफोर्स का मुद्दा वैसा ही बना रहा। दुर्भाग्य से 1991…

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भारत के 1980-95 तक की राजनीति की एक झलक

के.एन. गोविन्दाचार्य भाग -2 सन् 80 मे श्रीमती इंदिरा गांधी के सत्तासीन होने और श्री संजय गांधी की असामयिक मृत्यु…

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भारत के 1980-95 तक की राजनीति की एक झलक

के.एन. गोविन्दाचार्य भाग -1 स्तम्भ: भारत में और दुनिया में भी इस कालखंड में बाहुबल, सैन्यबल, हथियारवाद का प्रभाव बढ़ा।…

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पर्यावरणविद प्रो. भरत राज सिंह लिखी पुस्तक ग्लोबल वार्मिंग विश्व स्तर पर हुई लोकप्रिय

उमेश यादव: स्कूल ऑफ मैनेजमेंट साइंसेज, लखनऊ (संबद्ध: अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय) के लिए अत्यन्त गर्व और खुशी की बात…

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भारत की राजनैतिक स्थिति पर एक नजरियाँ

के.एन. गोविन्दाचार्य भाग -1 भारत की राजनीति को एक और ढंग से कालखंडों में बाँटकर देखा जा सकता है। उसका…

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अंग्रेजों के भारत से चले जाने के बाद राजनीतिक यात्रा

के.एन. गोविन्दाचार्य 30-30 वर्षों के 3 चरणों में देखी जा सकती राजनैतिक यात्रा है1950-1980, 1980-2010, 2010-2020 और आगे 2040 तक…

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प्रसार भारतीः सूचना व प्रसारण का सशक्त माध्यम

प्रशांत कुमार पुरुषोत्तम पटना: जिस युग में हम जी रहें हैं,वह युग सूचनाओं का है। हर क्षण हम सभी सूचनाओं…

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भारतीय एवं विश्व इतिहास में 06 जुलाई की प्रमुख घटनाएं

भारतीय एवं विश्व इतिहास में 06 जुलाई की प्रमुख घटनाएं इस प्रकार हैं: 1483 – रिचर्ड तृतीय इंग्लैंड के राजा…

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…आखिर हिंदी वालों की हिंदी से इतनी दूरी क्यों!

उमेश यादव हमें दुनिया से रूबरू कराने वाली हमारी मात्र भाषा हिंदी है। जन्म के बाद गोद में बच्चा पहला…

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कानपुर में नमाज अदा करने के लिए मिलेंगे टोकन, जानिए क्या है तैयारी?

कानपुर, 26 जून दस्तक (ब्यूरो) : कोविड-19 महामारी और गाइडलाइन को देखते हुए सुन्नी उलमा काउंसिल कानपुर की मस्जिदों में…

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भारत की आर्थिक और सामाजिक स्थिति (सन 1980-2020) : एक विहंगावलोकन

के.एन. गोविन्दाचार्य भाग-2 उसी प्रकार की बात विदेश व्यापार के नियमों के बारे मे भी अनुभव मे आती है। शोषण…

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भारत की आर्थिक और सामाजिक स्थिति (सन 1980-2020) : एक विहंगावलोकन

के.एन. गोविन्दाचार्य भाग-1 द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति और संयुक्त राष्ट्र संघ आदि वैश्विक संगठनों के बाद ही सरकारवाद, जिसे…

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इक्कीसवीं सदी की भारत की यात्रा-एक पृष्ठभूमि

के.एन. गोविन्दाचार्य भाग-3 2005 के बाद पूरी दुनिया में “विकास” के बारे में बहस भी शुरू हो गई। 2008 के…

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इक्कीसवीं सदी की भारत की यात्रा-एक पृष्ठभूमि

के.एन. गोविन्दाचार्य भाग-2 भारत पहले रूस, फिर थोड़े समय चीन और 1990 से अमेरिका बनने की कोशिश मे लगा। पर…

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इक्कीसवीं सदी की भारत की यात्रा-एक पृष्ठभूमि

के.एन. गोविन्दाचार्य भाग-1 जैसा कई बार कहा जा चुका है कि समाज मे पिछले 500 वर्षों मे जो बदलाव आया…

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भारतीय समाज को भारतीय नजरिये से समझने की एक कोशिश

के.एन. गोविन्दाचार्य भाग-6 सन् 60 से 75 तक तो दुनिया मे अमीर देश उपनिवेशवाद का पुराना चोला उतारकर नया जामा…

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