साहित्य

अपने-अपने स्नान

शिप्रा चतुर्वेदी कहानी : एक ही माता-पिता की जुड़वां बेटियाँ बड़ी होकर अलग-अलग देशों में बस गई थीं। वैचारिक भिन्नता…

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कंठ में जीने-जागने वाले गीतों का संग्रह है “इसलिए”

प्रो. वशिष्ठ अनूप हिन्दी विभाग, बीएचयू वाराणसी, मो. – 9415895812 वशिष्ठ अनूप का एक गीत ‘इसलिए ‘ जिसका कि रचनाकाल…

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यमराज को क्यों लेना पड़ा विदुर रुप में अवतार

मैत्रेय जी ने विदुर से कहा, ‘‘मांडव्य ऋषि के शाप के कारण ही तुम यमराज से दासी पुत्र बने। कथा…

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कहानी : राजा की तीन सीखें

बहुत समय पहले की बात है, सुदूर दक्षिण में किसी प्रतापी राजा का राज्य था। राजा के तीन पुत्र थे,…

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राजा विक्रमादित्य की कुल देवी हरसिद्धि माता की कथा

चक्र से माँ सती के शव के कई टुकड़े हो गए। उनमें से १३वा टुकड़ा माँ सती की कोहनी के…

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आज का प्रेरक प्रसंग : शीशे का कमरा

एक व्यक्ति ने अपने गुरु से पूछा- मेरे कर्मचारी, मेरी पत्नी, मेरे बच्चे और सभी लोग मतलबी है। कोई भी…

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सुमित्रानंदन पंत स्मृति दिवस : सुमित्रानंदन पंत एक युगांतकारी साहित्यकार

ललित गर्ग भारतीय संस्कृति, जीवनमूल्य एवं राष्ट्रीय जीवन को निर्मित करने में साहित्य की सर्वाधिक महत्वपूर्ण भूमिका रही है। हिन्दी…

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पद्मश्री से सम्मानित नृत्य इतिहासकार सुनील कोठारी का निधन

नयी दिल्ली : पद्मश्री से सम्मानित नृत्य इतिहासकार एवं आलोचक सुनील कोठारी का दिल का दौरा पड़ने से यहां के…

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राम कथा से सत्संग का पुण्यफल : विश्वामित्र की शंका का समाधान हो गया

एक बार मुनि वशिष्ठ विश्वामित्र ऋषि के आश्रम में गए उनका बड़ा स्वागत, सत्कार और आतिथ्य किया गया। कुछ दिन…

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चकल्लस : जौनपुर में विकास पैदा होगा???

अजीत सिंह जगह-ईशा हॉस्पिटल जौनपुर है। डॉ साहब, बीबी को बच्चा होने वाला है क्या?हां कितने दिन में होगा? वेवकूफ…

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कोरोना वारियर्स

वो कर्मयोगी निष्ठा प्रतीक, कर्तव्य की राहों पर निर्भीक।अमर अजर अविनाशी है, वह धड़कन हिन्दुस्तानी है। जग में जब गूंजा…

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सौंदर्य

कजरा है नैनों में जैसे, मन मेरा ही समाया है। खुली रेशमी जुल्फों में, काले बदरा का साया है। शायद…

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जयंती पर विशेष : तेरा स्वागत करती मेरी मधुशाला – हरिवंश राय बच्चन

हरिवंश राय बच्चन हिन्दी भाषा के प्रसिद्ध कवि और लेखक थे। इनकी प्रसिद्धि इनकी कृति ‘मधुशाला’ के लिये अधिक है।…

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कालिदास जयंती : आपको पता है कि कालिदास शिव के भक्त थे

कालिदास संस्कृत भाषा के सबसे महान् कवि और नाटककार थे। कालिदास ने भारत की पौराणिक कथाओं और दर्शन को आधार…

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सफल वही होता हैं जो लक्ष्य का निर्धारण कर उस पर अडिग रहता हैं

एक बार की बात है, एक निःसंतान राजा था, वह बूढा हो चुका था और उसे राज्य के लिए एक…

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कविता 2020 : जो मेरे चावल खा जाए, ऐसा मित्र कहाँ से लाऊँ

कहाँ कहाँ खोजूँ मैं उसकोकिसके दरवाज़े पर जाऊँजो मेरे चावल खा जाएऐसा मित्र कहाँ से लाऊँ। जीवन की इस कठिन…

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28 अगस्त: जानें, किन घटनाओं की वजह से इतिहास में दर्ज है आज का दिन

28 अगस्त को भारत और विश्व में कई ऐतिहासिक घटनाएं हुईं उनमें से एक ऐतिहासिक घटना है प्रथम विश्व युद्ध…

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‘आखर-आखर गीत’ के आवरण का हुआ ऑनलाइन लोकार्पण

साहित्य – हलचल वाराणसी:: भोजपुरी के लोकप्रिय रचनाकार जयशंकर प्रसाद द्विवेदी की तीसरी पुस्तक ‘आखर-आखर गीत’ के आवरण का ऑनलाइन…

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रामराज्य : आचरण को सदाचरण में रूपांतरित करने का मानस कर्म

विवेक ओझा लेखक श्रीराम के चरित्र के औचित्य के सबसे बड़े सिद्ध कर्ता के रूप में हैं। अगले दो अध्यायों…

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ताना-बाना बुनते मन में पैठी तरुणाई

सूर्य कांत शर्मा काश कि अब दो जीवन होते एक का ताना-बाना बुनते मन में पैठी तरुणाई से।एक का ताना-बाना…

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कोरोना भी खड़ा हंस रहा

सूर्य कांत शर्मा सारस्वत भंडार में उड़ी हुई है धूल।चिमटे चम्मच पूंछ रहे और कड़ाही मंज रही।चाटुकारिता और लालसा कर…

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योगी के रूप में भाजपा को मिला नया ‘युवा-हिन्दू हृदय सम्राट’

सुरेश बहादुर सिंह लखनऊ, 06 अगस्त, दस्तक टाइम्स : लगभग तीन दशक के बाद भाजपा को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के…

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अयोध्या से देश दुनिया को कई सन्देश दे गए मोदी

सुरेश बहादुर सिंह लखनऊ, 05 अगस्त, दस्तक टाइम्स : अयोध्या में भूमि पूजन के साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने…

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चैत की एक रात

नीरज कुमार “दस्तक साहित्य संसार”  संस्मरण रात के बारह बजे हैं, पर मेरे घर में कोई सो नहीं रहा है।…

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मेरे चार माहें बच्चे

आदित्य राज कविता मेरे बच्चेतुम्हारी ही तरह वो गिरगिटिया दाने भी बड़े हो गएजिसे तुम्हारे ही साथ मैंने जमीन में…

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लिंचिंग ट्रेनिंग कैंप में कुछ पल

आदित्य राज कविता देखा है तुमने?, खाकियों पर टंगे मुखौटों के सामनेलाठियों का नंगा नाच, अच्छा! तुम क्या करोगे?जब तुम्हारा…

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डबडबायी आंखें

आदित्य राज कविता मानवता एक लाशसांसे चल रही है जिसकी अब तक घसीट कर लाया जा रहा जिसे शमशान से…

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मुंशी प्रेमचंदः जो आज भी मौजूं हैं

 संजय सक्सेना जयंती पर विशेष आज (जन्म 31 जुलाई 1880- मृत्यु 08 अक्टूबर 1936) मुंशी प्रेमचंद की जयंती है। पूरा…

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