कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर मुख्यमंत्री योगी बोले, प्रतिदिन 85 हजार से अधिक हों एन्टीजन टेस्ट
राजधानी लखनऊ सहित छह जनपदों में विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश
लखनऊ। प्रदेश में कोरोना के तेजी से प्रसार के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अब संक्रमण की जांच में और तेजी लाने को कहा है, जिससे लोगों को समय पर इलाज मिल सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रतिदिन 85 हजार से अधिक रैपिड एन्टीजन टेस्ट तथा 45 हजार से अधिक आरटीपीसीआर टेस्ट अवश्य किए जाएं। इसके अतिरिक्त, ट्रूनैट मशीन के माध्यम से भी अधिक से अधिक टेस्ट किए जाएं।
मुख्यमंत्री ने मंगलवार को यहां अपने सरकारी आवास पर वरिष्ठ अफसरों के साथ बैठक में कहा कि कानपुर नगर, लखनऊ, गोरखपुर, प्रयागराज, वाराणसी तथा बलिया में विशेष सतर्कता बरतने के साथ अधिक से अधिक टेस्ट किए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस सम्बन्ध में कारगर रणनीति तैयार करते हुए उसका प्रभावी क्रियान्वयन धरातल पर नजर आना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के नियंत्रण व उपचार सम्बन्धी विभिन्न गतिविधियों को सुचारु ढंग से संचालित करने में इंटीग्रेटेड कमाण्ड ऐण्ड कन्ट्रोल सेण्टर्स की महत्वपूर्ण भूमिका है। बेहतर सर्विलांस ही मृत्यदर को नियंत्रित कर सकता है। इसलिए सभी जनपदों में इंटीग्रेटेड कमाण्ड ऐण्ड कन्ट्रोल सेण्टर के कार्यों की नियमित माॅनिटरिंग की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय, भारत सरकार की ऑनलाइन ओपीडी सेवा ‘ई-संजीवनी’ अत्यन्त उपयोगी सिद्ध हो रही है। बड़ी संख्या में मरीज इस सुविधा का लाभ प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि ‘ई-संजीवनी’ सेवा का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि अधिक से अधिक लोग इस ऑनलाइन ओपीडी सेवा का लाभ प्राप्त कर सकें। उन्होंने डोर-टू-डोर सर्वे कार्य में तेजी लाने के निर्देश देते हुए कहा कि इस कार्य में आवश्यकतानुसार अतिरिक्त टीमें लगाई जाएं।