नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने मंगलवार को पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की मां को एक समन जारी किया। ईडी की इस कार्रवाई के लिए महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। दरअसल, मंगलवार को महबूबा मुफ्ती ने एक ट्वीट के जरिए केंद्र सरकार पर निशाना साधा। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जब पीडीपी ने परिसीमन आयोग की बैठक में शामिल नहीं होने का फैसला लिया तो ही ईडी ने मेरी मां को समन भेजा है।
महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर कहा, “जिस दिन पीडीपी ने परिसीमन आयोग से नहीं मिलने का फैसला किया तो ईडी ने मेरी मां को बिना कारणों के लिए व्यक्तिगत रूप से पेश होने के लिए बुलाया। राजनीतिक विरोधियों को डराने की कोशिश में अब भारत सरकार वरिष्ठ नागरिकों को भी नहीं बख्शी रही है। एनआईए और ईडी सरकार के उपकरण बन चुके हैं।” परिसीमन आयोग जम्मू कश्मीर के दौरे पर ड्रोन हमले से निपटने के लिए वायुसेना ने शुरू की तैयारी, खरीदेगी 10 एंटी-ड्रोन सिस्टम आपको बता दें कि मंगलवार से परिसीमन आयोग की टीम जम्मू कश्मीर के दौरे पर है।
आयोग की टीम 4 दिन तक जम्मू कश्मीर में रहेगी, जिसमें से दो दिन जम्मू में तो दो दिन कश्मीर का दौरा शामिल है। न्यायमूर्ति (रिटायर्ड) रंजना प्रकाश देसाई की अगुवाई में आयोग की टीम अपने इस दौरे पर 200 से अधिक प्रतिनिधिमंडलों से मिलेगी, जिसमें राजनीतिक दल भी शामिल हैं। परिसीमन आयोग के इस दौरे को लेकर घाटी में सियासत तेज हो गई है। गुपकर अलाइंस के दल इस दौरे के खिलाफ हैं। पीडीपी पहले आयोग से मिलने से इनकार कर चुकी है तो वहीं कांग्रेस पार्टी ने भी कहा है कि आखिर केंद्र सरकार इतनी जल्दी परिसीमन क्यों कर रही है। कांग्रेस भी परिसीमन के खिलाफ जम्मू कश्मीर कांग्रेस के प्रमुख जीए मीर का कहना है कि देश में 2026 में परिसीमन होना है तो ऐसे में 2021 में जम्मू कश्मीर में परिसीमन क्यों हो रहा है। उन्होंने कहा कि जब तक जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल नहीं किया जाएगा तब तक परिसीमन का फायदा नहीं है।