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कोरोना संक्रमण काल में योगी सरकार के चलाए कार्यक्रमों से जेई-एईएस, डेंगू के मामलों में गिरावट

लखनऊ। प्रदेश में कोरोना का प्रसार रोकने को स्वच्छता के मद्देनजर चलायी जा रही विभिन्न गतिविधियों के कारण कई अन्य बीमारियों, विशेष तौर पर वेक्टर जनित रोगों में भी कमी दर्ज की गई है।

प्रदेश के अपर मुख्य सचिव-चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने रविवार को बताया कि कोरोना के संक्रमण को प्रभावी रूप से नियंत्रित करने के लिए प्रदेश में शनिवार व रविवार को बाजारों में बंदी सहित जो विशेष सफाई अभियान निरन्तर चलाया जा रहा है उसका असर कोरोना के साथ अन्य बीमारियों पर भी पड़ा है। जेई, एईएस, डेंगू, मलेरिया, डायरिया सभी के मामलों में पिछले वर्ष की तुलना में कमी आई है।

उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष 20 अगस्त तक तक जहां एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) के 816 मामले सामने आये थे और 34 लोगों की इससे मौत हुई थी। वहीं इसी अवधि में इस वर्ष मात्र 396 मामले सामने आए और 12 लोगों की मौत हुई।

इसी तरह पिछले वर्ष जापानी इंसेफेलाइटिस (जेई) के मामलों की संख्या 50 रही और 04 मौते हुईं। जबकि इस वर्ष 19 मामले सामने आए और 02 लोगों की मौत हुई। इसी अवधि में पिछले वर्ष मलेरिया के 15,101 मामले सामने आए, जबकि इस वर्ष यह संख्या 4,687 रही। इस तरह एक तिहाई से भी कम मलेरिया के केस सामने आए हैं। यह बेहतर सफाई व्यवस्था, एंटी लार्वा के छिड़काव और लगातार फॉगिंग से संभव हुआ।

पिछले वर्ष डेंगू के 135 मामलों की तुलना में इस वर्ष 20 अगस्त तक मात्र 32 मामले सामने आए हैं। इसी तरह डायरिया के मामलों में भी गत वर्ष की तुलना में गिरावट दर्ज की गई है।

उन्होंने बताया कि कोरोना को नियंत्रित करने के लिए लगातार साफ-सफाई और स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। साबुन और पानी से हाथ धुलने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसका नतीजा अन्य चीजों में भी देखने को मिल रहा है।

01 जून से 22 अगस्त तक की गई कुल 99,788 सर्जरी

अपर मुख्य सचिव-चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने बताया कि राज्य में कोविड केयर के साथ नॉन कोविड केयर पर भी पूरी तरह ध्यान दिया जा रहा है। प्रदेश में बीते वर्ष 01 जून से 22 अगस्त तक सरकारी अस्पतालों में जहां 48,371 मेजर सर्जरी की गई। वहीं कोरोना संक्रमण काल के बावजूद इस वर्ष इसी समयावधि में 38,817 मेजर सर्जरी की गई। इसी तरह बीते वर्ष 01 जून से 22 अगस्त तक 81,391 माइनर सर्जरी की गई, जबकि इस वर्ष इस समयावधि के दौरान यह आंकड़ा 60,971 का रहा।

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