दस्तक-विशेष

आईआईएमसी का 54वां दीक्षांत समारोह 6 जून को

राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह होंगे मुख्य अतिथि

नई दिल्ली। भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) का 54वां दीक्षांत समारोह सोमवार, 6 जून 2022 को आयोजित किया जाएगा। आईआईएमसी के महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी ने बताया कि समारोह के मुख्य अतिथि राज्यसभा के उपसभापति श्री हरिवंश नारायण सिंह होंगे। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव एवं आईआईएमसी के चेयरमैन श्री अपूर्व चंद्रा भी समारोह में शामिल होंगे। दीक्षांत समारोह में वर्ष 2020-21 बैच के विद्यार्थियों को पीजी डिप्लोमा सर्टिफिकेट प्रदान किये जाएंगे।

प्रो. द्विवेदी के अनुसार दीक्षांत समारोह की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। आईआईएमसी, नई दिल्ली परिसर के महात्मा गांधी मंच में प्रात: 11:30 बजे कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। संस्थान के समस्त क्षेत्रीय केंद्रों के निदेशक भी समारोह में हिस्सा लेंगे। दीक्षांत समारोह में लगभग 400 विद्यार्थियों को पीजी डिप्लोमा सर्टिफिकेट एवं 32 विद्यार्थियों को अवॉर्ड प्रदान किये जाएंगे।

प्रो. द्विवेदी के अनुसार दीक्षांत समारोह में आईआईएमसी के 6 परिसरों में संचालित होने वाले 8 पाठ्यक्रमों के विद्यार्थियों को सर्टिफिकेट दिये जाएंगे। ये परिसर नई दिल्ली, ढेंकनाल, आइजोल, अमरावती, कोट्टायम और जम्मू में हैं। आईआईएमसी हिंदी पत्रकारिता, अंग्रेजी पत्रकारिता, विज्ञापन एवं जनसंपर्क, रेडियो एवं टेलीविजन, ओड़िया, मराठी, मलयालम और उर्दू पत्रकारिता में पीजी डिप्लोमा पाठ्यक्रम संचालित करता है। इस वर्ष आईआईएमसी डिजिटल मीडिया में पीजी डिप्लोमा पाठ्यक्रम भी शुरू करने जा रहा है।

प्रो. द्विवेदी ने कहा कि पिछले दो वर्षों में आईआईएमसी ने मीडिया शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में जो नवाचार किए हैं, वह देश के अन्य मीडिया शिक्षण संस्थानों के लिए एक मिसाल हैं। यह आईआईएमसी के श्रेष्ठ प्राध्यापकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों की मेहनत का परिणाम है कि देश की प्रतिष्ठित पत्रिकाओं ‘इंडिया टुडे’, ‘आउटलुक’ और ‘द वीक’ के ‘बेस्ट कॉलेज सर्वे 2021’ में भारतीय जन संचार संस्थान को पत्रकारिता एवं जनसंचार के क्षेत्र में देश का सर्वश्रेष्ठ मीडिया शिक्षण संस्थान घोषित किया गया है। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री अनुराग ठाकुर एवं संस्थान के चेयरमैन श्री अपूर्व चंद्रा के मार्गदर्शन और सहयोग से आईआईएमसी अकादमिक गुणवत्ता के मानकों को स्थापित करने में सफल रहा है।

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