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INDIA के फाइटर जेट ने भरी उड़ान, चीन की शामत आई

img_20161002125321uri में हुए आतंकी हमले और PoK में आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से देश भर में हाई अलर्ट है।

ऑपरेशन मोड पर चल रही वायुसेना आक्रामक तरीके से देश के पूर्वी सेक्टर खासकर अरुणाचल प्रदेश में अपने इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार कर रही है। 
चीन पर ध्यान दे रही वायुसेना
ऐसा माना जाता है कि चीन की तरफ से संभावित खतरे को देखते हुए वायुसेना ने पूर्वी सेक्टर पर ज्यादा ध्यान देना शुरू कर दिया है।
क्या कहते हैं एयरफोर्स के अधिकारी
वायुसेना की पूर्वी एयर कमांड के प्रमुख हरि कुमार ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश के सात अडवांस लैंडिंग ग्राउंड्स (ALGs) में से पांच ऑपरेशनल हो चुके हैं जबकि बाकी के दो इस साल के अंत तक काम करने लगेंगे। उन्होंने कहा कि इसके अलावा भी वायुसेना पूर्वी क्षेत्र में अपनी क्षमताओं में भी तेजी से वृद्धि कर रही है। कुमार ने कहा, ‘पूर्वी क्षेत्र में अन्य क्षेत्रों के मुकाबले इन्फ्रास्ट्रक्चर बहुत धीमा रहा है। 
शक्ति बढ़ाना चाहते हैं
हम इस क्षेत्र में अपनी क्षमताएं बढ़ाना चाहते हैं। हालांकि, यहां हम किसी अपने दुश्मन या प्रतिद्वंदी के रूप किसी खास देश या को नहीं देख रहे हैं। मिग-27 और हॉक स्क्वेड्रन्स के अलावा राफेल की डील के बाद पूर्वी एयर कमांड में हमारी क्षमता बढ़ेगी।’
आतंकवाद पर चिंतित है एयरफोर्स
पाक प्रायोजित सीमा पार आतंकवाद पर चिंता जताते हुए कुमार ने कहा, ‘अगर आप पश्चिमी सेक्टर की तरफ देखें तो पाकिस्तान हमारी सेना की ताकत के मुकाबले नहीं टिक पाता इसीलिए उसने ऐसी अपरंपरागत लड़ाई के तरीकों को अपनी स्टेट पॉलिसी बनाया है।’ उन्होंने हाल में की गई सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में कहा, ‘जो कुछ पश्चिम में हुआ है वह सब हमें पूर्व में करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अब हम देखते हैं कि पाकिस्तान का क्या रिऐक्शन होता है।’ 
सैनिकों को मारने की इजाजत नहीं देंगे
कुमार ने कहा कि दोनों ही देश युद्ध नहीं चाहते हैं क्योंकि युद्ध किसी के लिए भी अच्छा नहीं लेकिन हम इस तरह किसी देश को अपने सैनिकों को मारने की इजाजत भी नहीं दे सकते।
 

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