हैदराबादः तेलंगाना में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने आठ लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में रंगा रेड्डी जिले के संयुक्त कलेक्टर समेत दो सरकारी अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। एसीबी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। सोशल मीडिया मंच ‘एक्स पर एक पोस्ट में एसीबी के डीजी सीवी आनंद ने कहा कि एसीबी ने जाल बिछा कर रंगा रेड्डी जिले के संयुक्त कलेक्टर एमवी भूपाल रेड्डी और वरिष्ठ सहायक वाई मदन मोहन रेड्डी को गिरफ्तार किया है। उन्होंने कहा कि आरोप है कि उन्होंने अपने आधिकारिक पदों का दुरुपयोग किया है। आनंद ने कहा कि धरानी पोर्टल से प्रतिबंधित सूची से 14 गुंठा भूमि हटाने की एवज़ में उन्हें शिकायतकर्ता से आठ लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है।
एसीबी डीजी ने बताया कि दोनों ने बिना सामने आए पैसे लेने के लिए कई सावधानियां बरतीं। उन्होंने बताया कि एसीबी की टीमें एक कदम आगे रहीं और पूरी रात रणनीति बनाकर उन्हें पकड़ लिया। मदन मोहन रेड्डी को 12 अगस्त की रात को संजीवनी वनम के पास गुर्रमगुडा एक्स रोड पर एसीबी अधिकारियों ने उस समय रंगे हाथ पकड़ा जब उसने अपनी कार में शिकायतकर्ता से आठ लाख रुपये की रिश्वत मांगी और स्वीकार की। रिश्वत की रकम मदन मोहन रेड्डी की कार से बरामद की गई।
पूछताछ के दौरान मदन मोहन रेड्डी ने कबूल किया कि उसने संयुक्त कलेक्टर एमवी भूपाल रेड्डी की तरफ से रिश्वत मांगी थी। जब मदन मोहन रेड्डी ने भूपाल रेड्डी को फोन करके रिश्वत की रकम मिलने की जानकारी दी तो संयुक्त कलेक्टर ने उसे पेड्डाम्बरपेट ओआरआर में आकर पैसे सौंपने का निर्देश दिया। भूपाल रेड्डी अपने सरकारी वाहन से पेड्डाम्बरपेट ओआरआर के पास एक स्थान पर पहुंचा और मदन मोहन रेड्डी ने वरिष्ठ अधिकारी को रिश्वत की रकम सौंप दी, जिसके बाद संयुक्त कलेक्टर की कार से घूस की रकम बरामद की गई।