Lucknow : आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए विशेष पखवाड़ा शुरू
ग्राम पंचायतों और वार्ड में आयोजित किये जायेंगे शिविर
जिले में 18 मई तक अभियान चलाकर बनाये जायेंगे निःशुल्क आयुष्मान कार्ड
लखनऊ : आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए बुधवार से विशेष पखवाड़ा शुरू हुआ जो कि 18 मई तक चलेगा| इसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायतों और शहरों के सभी वार्ड में कैम्प आयोजित किये जाएंगे| विशेष अभियान के माध्यम से सभी पात्रों का शत -प्रतिशत आयुष्मान कार्ड बनाने का प्रयास किया जाएगा| इस अभियान में लाभार्थी का आयुष्यमान कार्ड निःशुल्क बनाया जायेगा| यह जानकारी प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.राजेन्द्र कुमार चौधरी ने दी| उन्होंने बताया कि आयुष्मान कार्ड विहीन लाभार्थियों का कार्ड बनाने के लिए बुधवार (4 मई) से 18 मई 2022 तक आयुष्मान पखवाड़ा चलाया जा रहा है| योजना के तहत लाभार्थी परिवार सूचीबद्ध अस्पताल में पांच लाख रुपये तक का निःशुल्क इलाज प्राप्त कर सकता है| लाभार्थी परिवार के सभी सदस्य इस योजना का लाभ उठा सकते हैं| इस योजना में परिवार के सदस्यों की सीमा निर्धारण की कोई बाध्यता नहीं है|
आरोग्य मित्रों और जन सेवा केंद्र के विलेज लेवल इन्टरप्रेन्योर (वीएलई) के द्वारा गांवों में कैम्प लगाकर आयुष्मान कार्ड बनाने का काम किया जाएगा| इस अभियान में आशा कार्यकर्ता, आशा संगिनी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, पंचायत सचिव, रोजगार सेवकों और कोटेदार का भी सहयोग लिया जाएगा| लाभार्थी को प्रेरित करते हुये कैम्प तक लाने वाली आशा कार्यकर्ता को पांच रुपये प्रति परिवार तथा एक परिवार में से एक से अधिक सदस्य का आयुष्मान कार्ड बनवाने पर प्रति परिवार दस रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी| आयुष्मान भारत योजना के नोडल अधिकारी डा. संदीप सिंह ने बताया कि लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए कैम्प में राशन कार्ड एवं आधार कार्ड लाना अनिवार्य होगा|
इस योजना के लाभार्थी देश के किसी भी सूचीबद्ध अस्पताल में भर्ती होकर पांच लाख तक का निःशुल्क इलाज करा सकते हैं| वर्तमान में इस योजना के तहत विभिन्न प्रकार की कुल 1574 बीमारियों का उपचार उपलब्ध है| प्रदेश के अन्य जनपदों की तुलना में लखनऊ में सर्वाधिक 224 अस्पताल इस योजना के तहत सूचीबद्ध किये जा चुके हैं- इसमें 33 राजकीय अस्पताल, 182 निजी अस्पताल और 9 केन्द्रीय अस्पताल हैं| वर्तमान में कोई भी गाँव आयुष्मान कार्ड विहीन गांव नहीं है| इसके साथ ही बड़े निजी अस्पताल जैसे– अपोलो मेडिक्स, सहारा अस्पताल आदि इस योजना के तहत सूचीबद्ध किये जा चुके हैं, जिनके द्वारा इस योजना के तहत लोगों का पांच लाख रुपये तक का निःशुल्क इलाज किया जा रहा है| वर्तमान में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना से आच्छादित 2,76,682 परिवार हैं जिसके सापेक्ष 1,40,601, परिवारों का आयुष्मान कार्ड बन चुका है|