नई दिल्ली : मासिक चक्र महिलाओं के जीवन की एक सामान्य प्रक्रिया है जो कि तय समय अंतराल के बाद होती है। लेकिन कई बार ऐसा हो जाता है कि माहवारी आने में देरी हो जाती है, ऐसे में महिलाएँ दवाइयों का सहारा लेने लगती हैं जो कि सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। ऐसे में जरूरत होती हैं प्राकृतिक उपायों की जो शरीर को नुकसान ना पहुंचाएँ। आज हम अपनी महिला पाठकों को कुछ ऐसे आहारों की जानकारी देने जा रहे हैं जिनका सेवन करने से वे अपने माहवारी चक्र की समय सीमा को नियमित कर सकती हैं।
अगर आपको पीरियड्स नहीं आ रहे हैं या फिर पीरियड्स आने में देरी हो रही है, तो इस स्थिति में आप कच्चे पपीते का सेवन करें। कच्चे पपीते का सेवन करने से पीरियड्स न आने की परेशानी दूर हो सकती है। दरअसल, कच्चे पपीते में गर्भाशय की मांसपेशियों के संकुचन को कंट्रोल करने का गुण छिपा होता है। रिसर्च में इस बात को साबित किया जा चुका है कि कच्चे पपीते का सेवन करने से मासिक धर्म समय पर हो सकता है। वहीं, स्ट्रेस की वजह से पीरियड्स समय पर नहीं हो रहे हैं, तो आप कच्चे पपीते का नियमित रूप से सेवन कर सकते हैं। इससे स्ट्रेस कम होता है, जो पीरियड्स समय पर लाने में आपकी मदद कर सकता है।
पीरियड ना आने पर आप गाजर का सेवन कर सकते हैं। इसमें बीटा-कैरोटीन और कैरोटीन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। शरीर में इन पोषक तत्वों की कमी के कारण पीरियड ना आने की समस्या हो सकती है। ऐसे में गाजर का सेवन करने से आपके शरीर में बीटा-कैरोटीन और कैरोटीन की पूर्ति हो सकती है। गाजर को खाने से पीरियड्स नियमित किया जा सकता है। इसके अलावा गाजर का बीज भी पीरियड्स को नियमित करने में आपकी मदद कर सकता है। गाजर का सेवन आप जूस, सलाद या फिर स्मूदी के रूप में कर सकते हैं।
पीरियड्स की कई परेशानियों को दूर करने के लिए आप दालचीनी का सेवन कर सकते हैं। यह मासिक धर्म में होने वाली कई परेशानियों को दूर करने में फायदेमंद हो सकता है। रिसर्च के मुताबिक, पीरियड्स अनियमित होने पर दालचीनी का सेवन फायदेमंद हो सकता है। इसके अलावा यह पीसीओएस से ग्रसित महिलाओं के लिए भी प्रभावी है। पीरियड न आने पर आप दालचीनी का सेवन कर सकते हैं। यह आपके लिए प्रभावकारी हो सकता है।
पीरियड्स की परेशानियों को दूर करने के लिए पाइनएप्पल का सेवन करें। दरअसल, इसमें ब्रोमेलैन होता है, यह एक ऐसा एंजाइम है, जो गर्भाशय की परत को नरम करके आपके पीरियड्स को नियंत्रित करता है। पीरियड ना आने पर आप पाइनएप्पल को अपने आहार में शामिल करें। इससे आपको अच्छा रिजल्ट मिल सकता है। इसके अलावा अनानास में मौजूद ब्रोमेलैन में एंटी-इंफ्लेमेटरी का गुण पाया जाता है, जो पीरियड्स के दौरान होने वाली परेशानी को दूर करने में आपकी मदद करता है।
पीरियड्स न आने पर अपने आहार में अदरक को शामिल करें। अदरक के सेवन से मासिक धर्म में होने वाली परेशानियों को दूर किया जा सकता है। रिसर्च में बताया गया है कि मासिक धर्म के कुछ दिनों पहले अदरक का सेवन करना प्रभावी माना जा सकता है। अगर आप पीरियड्स को नियमित करना चाहते हैं, तो अदरक का सेवन करें।
फोलेट युक्त आहार का सेवन करने से पीरियड न आने की समस्या को दूर किया जा सकता है। फोलेट युक्त आहार जैसे- ब्रोकली, स्प्राउट्स, छोले, राजमा इत्यादि के सेवन से आप अपने पीरियड को नियमित कर सकते हैं। साथ ही यह नियमित ओव्यूलेशन को बढ़ावा देने में आपकी मदद करता है। पीरियड को नियमित करने के लिए प्रतिदिन 400 माइक्रोग्राम (एमसीजी) फोलेट का सेवन जरूरी है। सही जानकारी प्राप्त करने के लिए डॉक्टर से सलाह लें, ताकि डॉक्टर आपकी स्वास्थ्य अवस्था के अनुसार आपको सही सुझाव दे सकें।
कई महिलाएं मोटापा बढ़ने के डर से फैट को अपने आहार में शामिल नहीं करती हैं। जिसकी वजह से उन्हें पीरियड्स न आने की समस्या हो सकती है। अगर आप पीरियड्स को रेगुलर करना चाहते हैं, तो अपने आहार में पर्याप्त रूप से वसा को शामिल करें। वसा के सेवन से शरीर का हार्मोन स्तर और ओव्यूलेशन का समय सही रहता है। अगर आप पीरियड्स को नियमित करना चाहते हैं, तो अपने आहार में पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड से भरपूर आहार को शामिल करें। सैल्मन, वेजिटेबल ऑयल, अखरोट और अलसी ऐसे फूड्स हैं, जिससे आप पीरियड ना आने पर खा सकते हैं। इससे आपको काफी फायदा मिलेगा।