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PM मोदी की रैलियों के लिए 120 बीघा हरी फसल काट दी गयी, पीड़ित किसानों को नही मिला उचित मुआवजा

मऊ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश चुनावों के मद्देनजर राज्य में एक PM की जगह BJP प्रवक्ता के तौर पर एक के बाद एक रैली कर रहे हैं, उनकी हर रैली में भारी संख्या में भीड़ उमड़ने का दावा किया जाता है। हालाँकि वह भीड़ 20 विधानसभा क्षेत्रों की होती है क्योंकि PM मोदी अपनी जनसभा 16 से 20 विधानसभा के बीच में करते हैं। लेकिन अपने भाषणों में किसानों की बात करने वाले PM मोदी की सोमवार को मऊ में हुई रैली से पहले यहां पर किसानों की गेहूं की हरी फसल को काट दिया गया क्योंकि उस स्थल पर PM मोदी की रैली होनी थी।

मोदी पर अखिलेश-राहुल के रोड-शो में अडंग़ा डालने का आरोपPM मोदी की रैलियों के लिए 120 बीघा हरी फसल काट दी गयी, पीड़ित किसानों को नही मिला उचित मुआवजा

प्रधानमंत्री की जनसभा के लिए और उसके पास हेलीपैड बनाए जाने थे, जिसके लिए 40 बीघा गेहूं की हरी फसल काट दी गई, इससे करीब 20 किसान प्रभावित हुए हैं। उनकी 40 बीघा गेहूं की फसल को पलभर में ही कटवा दिया गया, किसानों का आरोप है कि हमारी हरी-भरी फसलों को आनन-फानन में कटवाया गया है तथा हमे कोई भी सूचना पहले से नही दी गयी। हमे पहले से कुछ समय दिया गया होता तो हम अपनी इस बर्बाद हुयी फसल को अपने पशुओं के चारे के लिए इस्तेमाल कर लिए होते क्योंकि इस समय पशुओं के चारे की बहुत दिक्कत रहती हैं।

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ऐसा ही कुछ कारनामा पीएम मोदी की 1 मार्च को देवरिया में होने वाली रैली में हुआ हैं तथा यहां भी गेहूं की हरी फसल काटी गयी है। इस बारे में BJP के स्थानीय नेता अजय शाही ने कहा कि फसल के लिए पहले से ही बात कर किसानों को उचित मुआवजा दे दिया गया है, शाही के मुताबिक प्रधानमंत्री की रैली में लोगों का बड़ी संख्या में आना अपेक्षित है, इसलिए सही जगह पर इंतजाम की कोशिश की जा रही थी। वहीँ किसानों ने आरोप लगाया है कि उन्हें पहले से कोई सूचना नही दी गयी और आनन-फानन में JCB मशीन को बुलवा कर हमारे हरी फसल को कुछ ही देर में जमीन में मिला दिया गया। हमे पहले से कुछ समय दिया गया होता तो हम अपनी इस बर्बाद हुयी फसल को अपने पशुओं के चारे के लिए इस्तेमाल कर लिए होते क्योंकि इस समय पशुओं के चारे की बहुत दिक्कत रहती हैं।

सूत्रों और मीडिया की ख़बरों के मुताबिक इससे पहले बहराइच जिले में 23 फरवरी को भी पीएम मोदी की रैली से पहले गेंहू की हरी फसल काटी गई थी। यहां की पीड़ित एक किसान का कहना है कि वह अपनी फसल तैयार होने पर इसे बेचकर बेटी की शादी करने वाली थी लेकिन बीजेपी के लोगों ने इसे कटवा दिया तथा साथ ही फसल का मुआवजा 25 हजार में जबरन तय करके महज 8 हजार रुपये दिए गए हैं। किसान का कहना है कि अब बताओ मैं अपनी बेटी की शादी का खर्च कैसे उठाऊ और अपने बाकी पैसे मांगने पर गाली अलग से मिल रही हैं तथा BJP के नेता,अब ये कहते हैं कि जितना मिल गया है उतना ही अच्छा हैं। वैसे भी तुम्हारी तो सब मेहनत बच गयी ना कटाई देनी पड़ी और पैसा मिल गया,बोले कि अगर ओला या पानी बरस जाता तो ये जो पैसे नसीब हुए हैं वो भी ना मिलते।

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