State News- राज्यमध्य प्रदेश

हर घर जल उपलब्ध कराना इतिहास रचने के समान – मुख्यमंत्री चौहान

भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भाग्यशाली लोगों को ही इतिहास रचने का अवसर मिलता है। प्यासे की प्यास बुझाना सबसे अधिक पवित्र और पुण्य का कार्य माना गया है। जल जीवन मिशन से जुड़े लोगों को प्रदेश के गाँवों में हर घर में नल से जल उपलब्ध कराने का मौका मिला है। यह इतिहास रचने का अवसर है। अधिकारी-कर्मचारी इस कार्य को अपनी नौकरी पूरी करने तक सीमित न रखें। अपितु लोगों का जीवन बदलने के इस कार्य से भावनात्मक रूप से जुड़ते हुए पूरी प्रतिबद्धता, कर्त्तव्य परायणता और समर्पण के साथ सकारात्मक भाव से अपने दायित्वों का निर्वहन करें। वर्तमान से लेकर वर्ष 2024 तक का आपका योगदान प्रदेश के असंख्य परिवारों का जीवन बदल देगा, आप डट कर काम करें। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जल से संबंधित गतिविधियों पर विशेष ग्राम सभा आयोजित की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम प्रोत्साहन और पुरस्कृत करने में पीछे नहीं रहेंगे। हमें मध्य प्रदेश को हर क्षेत्र में नंबर वन बनाना है। हम सब का प्रयास यह हो कि प्रदेश का हर जिला अवार्ड लेने दिल्ली जाए।

मुख्यमंत्री चौहान प्रदेश में ग्रामीण परिवारों को हर घर नल से जल उपलब्ध कराने के लिए जारी जल जीवन मिशन और जल-संरचनाओं के निर्माण में लगे अधिकारी-कर्मचारियों की कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर भोपाल में हुई राज्य स्तरीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री चौहान ने जल-प्रदाय योजनाओं का निर्माण मिशन गाइडलाईन के अनुरूप और गुणवत्ता पूर्ण तरीके से निर्धारित समय-सीमा में कार्य पूरा करने से संबंधित विषयों पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी और जल निगम के अधिकारी-कर्मचारियों से संवाद कर उन्हें मार्गदर्शन और प्रोत्साहन दिया। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी राज्य मंत्री बृजेंद्र सिंह यादव, अपर मुख्य सचिव मलय श्रीवास्तव सहित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री चौहान ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मध्यप्रदेश गान के बाद मुख्यमंत्री चौहान ने जल जीवन मिशन के सोशल ऑडिट के लिए तैयार किए गए जल दर्पण मोबाइल एप का सिंगल क्लिक से विमोचन किया। इस एप पर मिशन में किए गए कार्यों की जानकारी और जियो टैग फोटोग्राफ उपलब्ध रहेंगे। घर-घर जाकर सर्वेक्षण के माध्यम से जानकारी एप पर संकलित की जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान ने नल-जल योजनाओं के संचालन और संधारण की मार्गदर्शिका का विमोचन भी किया। मुख्यमंत्री चौहान ने विभाग के उत्कृष्ट अधिकारियों को प्रशस्ति-पत्र प्रदान किए। कार्यशाला से पहले मुख्यमंत्री चौहान ने जल जीवन मिशन की गतिविधियों पर लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। राज्य स्तरीय कार्यक्रम में विभिन्न जिलों के अधिकारी-कर्मचारी तथा ठेकेदारों ने वर्चुअली सहभागिता की।

मुख्यमंत्री चौहान को कलेक्टर बुरहानपुर प्रवीण सिंह ने जिले को देश में प्रथम “हर घर-जल प्रामाणित जिला” होने का गौरव प्राप्त होने पर राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू द्वारा प्रदान किए गए प्रमाण-पत्र का अवलोकन कराया। मुख्यमंत्री चौहान ने नल-जल योजनाओं की प्रशासकीय स्वीकृतियों सहित प्रदेश में मिशन को गति प्रदान करते हुए शासन स्तर पर उत्कृष्ट सेवाएँ देने के लिए उप सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी राजेश शाक्यवार को प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी राज्य मंत्री बृजेंद्र सिंह यादव तथा अपर मुख्य सचिव मलय श्रीवास्तव ने जल जीवन मिशन की गतिविधियों की जानकारी दी।

मुख्यमंत्री चौहान ने सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को तनावमुक्त होकर कार्यक्रम में सम्मिलित होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सबकी मानवीय गरिमा एक समान होती है। हम सब मिल कर एक महत्वपूर्ण योजना को पूर्ण करने की ओर अग्रसर हो रहे हैं। मानव जीवन के लिए हवा और ऑक्सीजन के बाद पानी ही सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। पहले पानी की व्यवस्था करने में लोगों का आधा जीवन चला जाता था। हम सब, घर-घर सुगम पानी की व्यवस्था करने के महत्वपूर्ण कार्य में लगे हैं। प्रदेश में वर्ष 2012 में जल निगम बना। सिंचाई और उद्योगों के लिए पर्याप्त पानी की व्यवस्था के साथ ही समग्र जल योजनाओं के क्रियान्वयन का विचार आरंभ हुआ। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा वर्ष 2019 में जल जीवन मिशन की घोषणा के साथ ही हर घर में नल से जल उपलब्ध कराने की दिशा में क्रांति आ गई। मिशन में 50 प्रतिशत योगदान भारत सरकार का और 50 प्रतिशत राज्य सरकार का है। प्रधानमंत्री मोदी ने हर घर जल पहुँचाने के लिए वर्ष 2024 की समय-सीमा रखी है। मिशन में 52 हजार करोड़ की व्यवस्था, कार्य कराने के लिए दक्ष मानव संसाधन की व्यवस्था और ठेकेदारों को लाइन अप करना एक चुनौती था। कई समस्याओं के होते हुए भी कार्य को पूर्ण मिशन भावना से लिया गया। सबके सहयोग से इस दिशा में प्रदेश में उल्लेखनीय प्रगति हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम 13 लाख से बढ़ कर अब 53 लाख 38 हजार 848 घरों में नल कनेक्शन उपलब्ध करा चुके हैं।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि घर में नल से जल पहुँचाना, जल सुविधा प्रदान करने के साथ बीमारी से बचाने का माध्यम भी बनता है। मिशन से संबंधित गतिविधियों के क्रियान्वयन में जन-प्रतिनिधियों और जनता को साथ लेकर जन-भागीदारी के साथ गतिविधियाँ संचालित की जाए। जन अभियान परिषद को भी इन गतिविधियों से जोड़ा जाए।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मिशन की गतिविधियों में अग्रिम रूप से विस्तृत नियोजन आवश्यक है। साथ ही खोदी गई सड़कों का त्वरित रेस्टोरेशन, घर में लगे कनेक्शन में पानी की बर्बादी को रोकने टोंटी लगाना जरूरी है। काम की गुणवत्ता पर किसी भी स्थिति में समझौता नहीं किया जाए। जहाँ पानी के स्त्रोत नहीं हैं वहाँ पाइप लाइन नहीं बिछाई जाए। एकल नल-जल योजनाओं में इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए। जो भी योजनाएँ पूर्ण हो रही हैं वहाँ सभी ग्रामवासियों को इकट्ठा कर योजनाओं का लोकार्पण किया जाए। योजनाओं के रख-रखाव में जनता की भागीदारी सुनिश्चित करना आवश्यक है। सभी कार्य सरकार नहीं कर सकती। नल-जल योजनाओं की साफ-सफाई और उनके रख-रखाव की जिम्मेदारी जनता को लेनी होगी।

मुख्यमंत्री चौहान ने अधिकारी-कर्मचारियों को ग्रामीण क्षेत्र में जारी गतिविधियों का निरीक्षण, प्रगति और गुणवत्ता देखने के लिए निरंतर दौरा करने, जन-सामान्य से मृदु व्यवहार रखने, जिम्मेदारी के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करने और धैर्यपूर्वक समस्याओं का समाधान करने के लिए प्रेरित किया।

मुख्यमंत्री चौहान ने संयुक्त संचालक वित्त अमृतलाल अहिरवार, अधीक्षण यंत्री अनुराग श्रीवास्तव तथा आलोक अग्रवाल, कार्यपालन यंत्री पंकज विजयवर्गीय, सहायक यंत्री मुकेश खरे, सहायक नोडल अधिकारी शिव मोहन सोनी, बुरहानपुर के कार्यपालन यंत्री प्रताप सिंह बुंदेला सहित नेपानगर, बालाघाट, इन्दौर, खरगोन, धार, बैतूल, उज्जैन और सीहोर के अधिकारियों को प्रशस्ति-पत्र प्रदान किये।

लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी राज्य मंत्री ब्रजेन्द्र सिंह यादव ने कहा कि मिशन के कार्य मुख्यमंत्री चौहान की सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल हैं। अपर मुख्य सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मलय श्रीवास्तव ने मुख्यमंत्री चौहान को स्मृति-चिन्ह भेंट किया। प्रमुख अभियंता के.के. सोनगरिया ने आभार माना।

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