पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ ने फिर एक बार संभाली नेपाल की कमान, तीसरी बार ली PM पद की शपथ
नई दिल्ली: पुष्प कमल दहल प्रचंड लगातार तीसरी बार नेपाल के प्रधानमंत्री बन गए हैं। उन्होंने नेपाल के प्रधानमंत्री के तौर पद और गोपनीयता की शपथ ली। नेपाल की राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने सोमवार (26 दिसंबर) को उन्हें प्रधानमंत्री पद की शपथ दिलाई।
पुष्प कमल दहल प्रचंड ने सदन के 169 सदस्यों का समर्थन पत्र बीते दिन (रविवार) राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी को सौंपा था। जिसके बाद राष्ट्रपति ने उनको नेपाल को नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया। उल्लेखनीय है कि, भारी बहुमत से प्रधानमंत्री नियुक्त होने के बावजूद भी दहल प्रचंड को नेपाल के संविधान के अनुच्छेद 76 (4) के अनुसार, 30 दिन के भीतर निचले सदन में विश्वास मत साबित करना होगा। संवैधानिक वकील मोहन आचार्य के अनुसार, गठबंधन सरकार के प्रधानमंत्री को यह साबित करना होगा कि उनको सदन में विश्वास मत हासिल है।
लेकिन, प्रचंड सदन में विश्वास मत साबित करने में नाकाम रहते हैं, तो सरकार गठन की नई प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। वहीं, प्रधानमंत्री के रूप में दहल प्रचंड के शपथ लेते ही पिछले माह नेपाल हुए आम चुनावों में किसी भी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिल पाने के कारण देश में जारी राजनीतिक अनिश्चितता समाप्त हो गई है। नेपाल के 275-सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में प्रचंड को 168 सदस्यों का समर्थन प्राप्त है। इनमें सीपीएन-यूएमएल के 78, सीपीएन-एमसी के 32, आरएसपी के 20, आरपीपी के 14, जेएसपी के 12, जनमत के छह, नागरिक उन्मुक्ति पार्टी के तीन सदस्य और तीन निर्दलीय शामिल हैं।