देहरादून: मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने सचिवालय में JICA के वित्तीय सहयोग से संचालित उत्तराखण्ड इंटीग्रेटेड हॉर्टीकल्चर डेवलपमेंट प्रोजेक्ट (यूकेआईएचडीपी) की तीसरी हाई पावर कमेटी/स्टीयरिंग कमेटी मीटिंग की अध्यक्षता के दौरान इस प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन हेतु ऑपरेशन मेन्युअल को अनुमोदन दिया। सीएस श्रीमती राधा रतूड़ी ने निर्देश दिए कि इस प्रोजेक्ट के तहत स्थापित किये जा रहे दो सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस यथा यूरोपियन वेजिटेबल/ऑफ सीजन वेजिटेबल एवं कीवी क्रॉप, सेब व अखरोट उत्पादन तथा अन्य योजनाओं को हाउस ऑफ हिमालय, एनआरएलएम, लखपति दीदी योजना, महिला स्वयं सहायता समूहों से जोड़ा जाए। मुख्य सचिव ने कहा की सभी योजनाओं का Convergence आवश्यक है। मुख्य सचिव ने एफपीओ (Farmers Producers Organization) में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने हेतु प्रभावी कार्ययोजना पर कार्य करने के निर्देश दिए हैं। जाइका के वित्तीय सहयोग से संचालित 526 करोड़ रूपये के उत्तराखण्ड इंटीग्रेटेड हॉर्टीकल्चर डेवलपमेंट प्रोजेक्ट (यूकेआईएचडीपी) प्रदेश के नैनीताल, पिथौरागढ़, उत्तरकाशी तथा टिहरी जनपदों में संचालित किया जाएगा। इसके तहत चिहन्ति फसलों के क्षेत्र विस्तार तथा उत्पादन वृद्धि, सप्लाई चेन के विकास व प्रोजेक्ट मैनेजमेंट पर कार्य किया जाएगा। प्रोजेक्ट की अवधि वर्ष 2022-23 से 2029-30 तक है।
बैठक में सचिव श्री आर मीनाक्षी सुन्दरम सहित कार्मिक, उद्यान विभाग के अधिकारी तथा वर्चुअल माध्यम से जाइका के पदाधिकारी उपस्थित थे।