जीवनशैली

महिलाओं में क्यों बढ़ रही है ये जानलेवा बीमारी, जानें इसके शुरुआती लक्षण

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हर कोई चाहता है वह चुस्त-दुरुस्त रहें लेकिन अफसोस कि उसे समय नहीं मिल पाता है। आज के समय मे व्यक्ति पैसा कमाने में इतना मशगुल हो चुका है कि वह अपने खाने-पीने के से लेकर स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दे पाता है। इस लापरवाही के कारण कब शरीर में कौन सी बीमारी घर कर जाती है। इसका पता भी नहीं चल पाता है और कब यह गंभीर रूप ले लेती हैं इस बात की भी जानकारी नहीं हो पाती है.

इन्ही बीमारियों में से एक गंभीर बिमारी है सर्वाइकल कैंसर। जोकि महिलाओं में बहुत ही तेजी से फैल रहा है। रिपोर्ट्स की माने तो पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा भारत की महिलाएं इस कैंसर से जूझ रही हैं। यह कैंसर जानलेवा होता है। इस कैंसर से महिलाओं की जान चली जाती है। यह गर्भ से शुरू होता है। धीरे धीरे बाकि हिस्सों में फैलने लगता है। आज हम आपको सर्वाइकल कैंसर के बारे में सारी जानकारी देंगे ताकि इसका बचाव सही समय पर हो सके। यह कैंसर अज्ञानता की वजह से महिलाओं में ज्यादा फैल रहा है। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?

सर्वाइकल कैंसर गर्भाशय ग्रीवा से शुरू होता है, जो धीरे-धीरे शरीर के दूसरे हिस्सों में फैलता है। इसका पता तब तक नहीं चल पाता है, जब तक यह बड़ा नहीं हो पाता है। लेकिन कई बार शारीरिक संबंध बनाने के दौरान खून आने लगता है। इसके अलावा यह अनुवांशिक भी होता है। सर्वाइकल कैंसर की वजह से हर साल 63,000 महिलाओं की चली जाती है जान । सर्वाइकल कैंसर के बारे में सही जानकारी न होने की वजह से महिलाएं मौत के मुंह में चली जाती है। इस कैंसर को अगर शुरू से ही ध्यान दिया जाए तो महिलाएं बच सकती हैं।

इसे फाइब्राइड, रसौली या फिर ट्यूमर के नाम से भी जाना जाता है। यह शुरूआत में गर्भ में रसौली के रूप में होता है, जिसके बाद धीरे धीरे यह विकार रूप ले लेता है। 30 की उम्र पार कर चुकी महिलाओं को यह ज्यादा होने का खतरा होता है। इसके अलावा लापरवाही बरतना भी इस कैंसर को आमंत्रित करती है। ऐसे मेंं आज हम आपको इसके कारण औऱ ट्रीटमेंट बताएंगे ताकि आप खुद को इस कैंसर से बचा सके।

सर्वाइकल कैंसर के कारण

असुरक्षित यौन संबंध, गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन, एचआईवी, धूम्रपान या शराब या फिर जेनेटिक कारणों की वजह से भी यह कैंसर होता है। इन सबके अलावा जागरूक न होना भी इसका सबसे बड़ा कारण है। महिलाओं को इन सभी चीजों के बारे में अच्छे से पता होना चाहिए। इसके लिए वो चाहे तो किसी चिकित्सक से भी बात कर सकती हैं। लेकिन अक्सर देखा गया है कि महिलाएं इन सारे टॉपिक पर बात करने से हिचकिचाती हैं।

सर्वाइकल कैंसर के लक्षण

आमतौर पर इसके लक्षण बिल्कुल सामान्य होते हैं, जिसकी वजह से महिलाएं इसे नजरअंदाज कर देती हैं। चलिए जानते हैं कि इसके लक्षण क्या क्या है?

1.व्हाइट डिस्चार्ज

प्राइवेट पार्ट से व्हाइट डिस्चार्ज की समस्या को महिलाएं बहुत ही हल्के में लेती हैं, लेकिन इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए, क्योंकि ये सर्वाइकल कैंसर की तरफ पहला इशारा होता है।

2.यूरिन थैली में दर्द

यूरिन थैली में दर्द होने का मतलब भी सर्वाइकल कैंसर ही होता है। ऐसे में अगर आपको भी यूरिन में दर्द या फिर जलन महसूस हो तो आपको इसका जांच जरूर करा लेना चाहिए।

3.पेडू का दर्द

पीरियड्स में आमतौर पर महिलाओं को पेडू में दर्द नहीं होता है, ऐसे में अगर आपको इस दौरान अचानक से दर्द हो जाए तो आपको सर्वाइकल कैंसर की जांच जरूर करा लेनी चाहिए।

4.अन्य लक्षण

सर्वाइकल कैंसर के सामान्य लक्षण भूख कम लगना, थकान, दर्द, अनिमिया या फिर किसी भी तरह का चोट भी हो सकता है। अगर आपको ऐसा कुछ है, तो जरूर परामर्श लेना चाहिए।

सर्वाइकल कैंसर से ऐसे करें बचाव

महिलाओं को 30 की उम्र के बाद इसकी जांच जरूर करानी चाहिए। ऐसे में इससे समय रहते हुए बचाव किया जा सकता है।
जब महिलाएं 26 साल की हो जाए तो एचपीवी वैक्सीन लेना चाहिए, इससे किसी भी तरह का इनफैंक्शन बॉडी में नहीं फैलता है।
सर्वाइकल कैंसर से बचने के लिए आपको नियमित तौर पर पंप टेस्ट लेना चाहिए, इससे आप पूरी लाइफ इस कैंसर से बची रहेंगी।
वजन बढ़ना भी सर्वाइकल कैंसर का लक्षण है। ऐसे में आपको हमेशा अपना वजन कंट्रोल में रखना चाहिए।

सर्वाइकल कैंसर का ट्रीटमेंट

इस कैंसर से निजात पाने के लिए वेक्सीनेशन, सर्जरी और कीमोथेरेपी का सहारा लिया जाता है। लेकिन इन ट्रीटमेंट के बावजूद भी 70 फीसदी ही बचने का चांस होता है। ऐसे में आपको बिल्कुल भी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए।

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