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अमित शाह बोले- पूरे देश में लागू करेंगे NRC; ममता ने जनता से कहा किसी के उकसावे में न आये

पटना । संसद में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के पूरे देश में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर लागू करने के बयान के बाद राजनीति गरमा गई है। इस मुद्दे पर राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के घटक दलों भारतीय जनता पार्टी (BJP) व जनता दल यूनाइटेड (JDU) में मतभेद भी नया नहीं। जेडीयू के राष्‍ट्रीय उपाध्‍यक्ष और चुनावी रणनीतिकार (Poll Strategist) प्रशांत किशोर ने अमित शाह के बयान की आलोचना की है। उधर, पश्चिम बंगाल  में मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी  ने भी एनआरसी के संबंध में अमित शाह के बयान की आलोचना की है।

प्रशांत किशोर ने किया ट्वीट

जेडीयू में पार्टी सुप्रीमो मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार  के बाद के बड़े नेताओं में शामिल प्रशांत किशोर ने इस मामले पर ट्वीट  किया है। इसमें उन्‍होंने लिखा है कि देश के 15 से अधिक राज्यों में गैर-बीजेपी मुख्यमंत्री हैं। इन राज्यों में देश की 55 फीसद आबादी रहती है। उन्होंने आगे लिखा है कि ऐसे कितनों से विमर्श किया गया कि वे अपने-अपने राज्यों में इसे लागू करने के लिए तैयार हैं!

पीके के निशाने पर अमित शाह

प्रशांत किेशोर (पीके) ने अपने ट्वीट में किसी का नाम तो नहीं लिया, लेकिन इसके निशाने पर बीजेपी के कद्दावर नेता व पार्टी अध्‍यक्ष अमित शाह हैं। अमित शाह को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफी करीब माना जाता है। प्रशांत किशोर का बयान अमित शाह के बयान के ठीक बाद आया है। प्रशांत किशोर जेडीयू के हैं और जेडीयू का कई अहम मुद्दों पर बीजेपी से मतभेद है।

ममता ने भी किया पलटवार

इस मुद्दे पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पलटवार करते हुए कहा कि वे अपने राज्‍य में एनआरसी लागू नहीं होने देंगी। उन्होंने कहा कि कोई भी वहां रहने वाले किसी भी व्‍यक्ति की नागरिकता नहीं छीन सकता है।

एनआरसी को ले अमित शाह ने कही थी ये बात

विदित हो कि बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पूरे देश में एनआरसी लागू करने की बात कही थी। राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान एनआरसी के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में अमित शाह ने कहा था कि एनआरसी और सिटीजनशिप अमेंडमेंट बिल के बीच के अंतर है। एनआरसी के अंतर्गत सभी भारतीय नागरिकों को लिया जाएगा। इसमें धार्मिक भेदभाव का सवाल ही नहीं है।

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