अन्तर्राष्ट्रीय

अर्सेनी यात्सेनयुक होंगे यूक्रेन के नए प्रधानमंत्री

ukrकीव/मास्को। यूके्रन में तेजी से बदलते घटनाक्रम में देश की संसद ने अर्सेनी यात्सेनयुक को नया प्रधानमंत्री नियुक्त कर दिया। उधर अपदस्थ राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच ने एक बयान जारी कर यूक्रेन की संसद द्वारा लिए जा रहे फैसलों को गैरकानूनी कह कर आलोचना की है।उधर यूक्रेन के बर्खास्त राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच का नाम अंतर्राष्ट्रीय वांछितों की सूची में शामिल किया गया है। यह जानकारी सक्रिय अभियोजक जनरल ओलिह मख्नित्स्की ने दी।यात्सेनयुक की नियुक्ति का 45० सदस्यीय संसद में 371 सदस्यों ने समर्थन किया। बुधवार को सरकार विरोधी प्रदर्शकारियों के नेताओं ने बुधवार को मंत्रिमंडल के प्रमुख के तौर पर यात्सेनयुक के नाम का प्रस्ताव किया था।यात्सेनयुक (39) राजनेता अर्थशास्त्री और वकील हैं। वे यूक्रेन के राष्ट्रीय बैंक के प्रमुख संसद के अध्यक्ष अर्थ मंत्री और विदेश मंत्री रह चुके हैं।यात्सेनयुक सरकार विरोधी प्रदर्शन करने वाले नेताओं में से एक हैं। पिछले वर्ष नवंबर में शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन ने 18 फवरी को हिंसक रूप ले लिया।हिंसा के कारण 8० से ज्यादा लोगों के मारे जाने के बाद देश की संसद ने राष्ट्रपति यानुकोविच को हटा दिया और उनकी सरकार को बर्खास्त कर दिया।इस बीच यानुकोविच ने गुरुवार को रूसी मीडिया के माध्यम से बयान जारी कर यूके्रन की संसद ‘सुप्रीम रादा’ द्वारा लिए जा रहे फैसलों की गैरकानूनी कह कर निंदा की।समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने कहा है कि शनिवार को राजधानी से भाग खड़े होने के बाद पहली बार रूस की इंटरफैक्स समाचार एजेंसी के माध्यम से अपना मुंह खोलते हुए यानुकोविच ने कहा है कि वे अभी वैधानिक राष्ट्रपति हैं और उनसे परामर्श लिए बगैर यूके्रन की सेना को कोई भी आदेश जारी नहीं किया जा सकता है।अपने संबोधन में विक्टर ने कहा है ‘‘मैं विक्टर फेडोरोविच यानुकोविच यूक्रेन की जनता को संबोधित कर रहा हूं। यूके्रन की जनता के निर्भीक मत से निर्वाचित मैं अभी भी खुद को यूक्रेन का वैधानिक प्रमुख मानता हूं।’’यानुकोविच अभी कहां हैं यह साफ नहीं है। उन्होंने 21 फरवरी को राजधानी छोड़ दी थी और एक क्षेत्रीय सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए पूर्वी यूक्रेन के खारकोव शहर रवाना हुए थे।इससे पहले गुरुवार को यूक्रेन की संसद के अध्यक्ष अलेग्जेंडर तुर्चयनोव ने रूस से अपनी नौसैनिकों को रूस के काला सागर अड्डे से बाहर निकलने की अनुमति नहीं देने का आग्रह किया। तुर्चयनोव अभी कार्यवाहक राष्ट्राध्यक्ष हैं।समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक तुर्चयनोव ने संसद से कहा ‘‘अपनी सीमा से बाहर निकलने की सैनिकों की किसी भी गतिविधि को सैनिक आक्रमण के रूप में माना जाएगा।’’तुर्चयनोव की यह टिप्पणी हथियार बंद लोगों द्वारा क्रीमेन सरकार और संसद के भवनों पर कब्जा करने के बाद आया है। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा है कि दोनों भवनों पर रूसी ध्वज लहरा रहे हैं।

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