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आरिफ माजिद का हो सकता है लाई डिटेक्शन टेस्ट

arif_fileनई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) आतंकवादी संगठन आईएसआईएस में कथित तौर पर शामिल हुए आरिफ माजिद का लाई डिटेक्शन टेस्ट और नार्कों टेस्ट को करा सकती है। इस जांच के जरिये एनआईए यह जानना चाहती है कि भारत लौटने को लेकर माजिद जो घटनाक्रम बता रहा है उसमें कितनी सच्चाई है। अथवा उसके लौटने के पीछे कोई साजिश तो नहीं है। महाराष्ट्र में कल्याण का रहने वाला माजिद ने बताया था कि इराक में अभ्यास दौरान वह घायल हो गया और उसे इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया गया। लेकिन इलाज को लेकर उसकी अनदेखी की गई और आईएसआईएस से उसका मोहभंग हो गया। इसके बाद वह वहां से भाग निकला था। माजिद करीब 6 महीने पहले अपने तीन दोस्तों के साथ घर से इस्लामिक स्टेट की लड़ाई में शामिल होने के लिए फरार हो गया था।

माजिद के बारे में पहले माना जा रहा था कि वह सीरिया में आईएसआईएस के लिए लड़ते हुए मारा जा चुका है। माजिद शुक्रवार को वापस मुंबई लौट आया था जहां बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसे आठ दिसंबर तक एनआईए की हिरासत में भेज दिया गया है। एनआईए कई पहलुओं को लेकर मजीद से पूछताछ कर रही है। मसलन उसे आईएसआईएस ने किस प्रकार का प्रशिक्षण दिया और इराक में उसके साथ क्या हुआ। मजीद ने बताया कि वह चैट के जरिये आईएसआईएस की ओर आकर्षित हुआ। चैट से ही उसे एक फोन नंबर मिला जिससे उसे इराक पहुंचने में मदद मिली। जांच एजेंसी माजिद के देश लौटने को लेकर आशंकित है कि कहीं इसमें आईएसआईएस की चाल न हो।

फलस्तीनी लड़की से शादी
रिपोर्ट में बताया गया है कि माजिद ने वहां फलस्तीनी लड़की ताहिरा से जुलाई में शादी की थी। शादी की बात उसके फेसबुक पेज से पता चली है। बाद में शाहीम टंकी नाम के शख्स ने फोन कर माजिद के परिजनों को उसके मौत की सूचना दी थी। परिजनों ने इसके बाद माजिद के अंतिम संस्कार के कर्मकांड किए थे। लेकिन अचानक माजिद का फोन कर आया कि वह लौटना चाहता है।
क्यों हुआ मोहभंग
सूत्रों के मुताबिक माजिद ने पूछताछ में एनआईए को बताया कि हथियार चलाने की ट्रेनिंग के दौरान वह घायल हो गया था। इसके बाद उसे टॉयलेट साफ करने या गार्ड का काम करने को कहा जिसके बाद उसका आईएसआईएस से मोह भंग हो गया। एजेंसियां

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