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उन्नाव गैंगरेप केस: जांच के लिए SIT गठित, MLA से भी हो सकती है पूछताछ!

उन्नाव गैंगरेप केस की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी है. एडीजी लॉ एंड ऑर्डर आनंद कुमार ने कहा कि एसआईटी उन्नाव पुलिस द्वारा दी गई रिपोर्ट की जांच करेगी. उन्नाव पुलिस का कहना है कि पीड़िता ने अपने बयान में बीजेपी विधायक का नाम नहीं लिया था. इसलिए उनके खिलाफ केस दर्ज नहीं हुआ है. जरूरत पड़ी तो उनसे भी पूछताछ की जाएगी.

आनंद कुमार ने बताया कि पीड़िता के पिता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है. इसमें उनकी मौत शॉक और आंत में छेद होने की वजह से बताई गई है. इस केस में कार्रवाई करते हुए यूपी पुलिस ने बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर के भाई सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. एसआईटी इस केस से जुड़े हर लोगों से पूछताछ और जांच करेगी.

पीड़िता ने बताया कि उसके साथ 4 जून 2017 को बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर और उनके साथियों ने गैंगरेप था. एक महिला विधायक के पास उसे लेकर गई थी. उन्होंने बीजेपी विधायक से रेप का विरोध किया, तो उसने परिवार वालों को मारने की धमकी दी. जब वो थाने में गई तो एफआईआर नहीं लिखी गई. इसके बाद तहरीर बदल दी गई.

उसके बाद वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने लखनऊ गई. उनसे विधायक की शिकायत की थी. उन्होंने इंसाफ का भरोसा दिलाया था, लेकिन एक साल हो गया. अब तक कुछ नहीं हुआ. दिल्ली से उसके पिता गांव आए, तो विधायक के लोगों ने उनको बहुत मारा. उनको घसीटकर ले गए. पीटने के बाद उन्हें अपने घर के बाहर फेंक दिया.

पुलिस सूत्रों ने बताया कि भाजपा विधायक सेंगर पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली माखी थाना क्षेत्र के एक गांव की निवासी 18 वर्षीय लड़की के पिता को रविवार रात को जेल में पेट दर्द के साथ खून की उल्टियां शुरू हुई थीं. इस पर उसे तुरंत जिला अस्पताल के एमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था. इलाज के दौरान तड़के लगभग तीन बजे उसकी मौत हो गई.

BJP MLA पर गैंगरेप-मारपीट का आरोप

मृतक की उम्र करीब 50 वर्ष थी. मृतक के परिजन ने बलात्कार के आरोपी बांगरमऊ से भाजपा विधायक सेंगर पर जेल में हत्या कराने का आरोप लगाया है. उनका इल्जाम है कि मुकदमा वापस ना लेने पर पिछले 4 अप्रैल को विधायक के भाई अतुल सिंह ने पीड़िता के पिता को मारापीटा था. पुलिस ने इसका मुकदमा दर्ज करने के बजाय उसे ही जेल भेज दिया था.

CM ने घटना को बताया दुर्भाग्यपूर्ण 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि लखनऊ जोन के अपर पुलिस महानिदेशक से मामले की जांच करने के निर्देश दिये गये हैं. सरकार और कानून इस घटना के दोषियों के साथ कोई रियायत नहीं करेगा. ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित कराने के लिये तफ्तीश को लखनऊ स्थानान्तरित कर दिया गया है.

मजिस्ट्रेट से जांच के आदेश दिए

इस मामले की मजिस्ट्रेट से जांच के आदेश दिये गये हैं. पुलिस महानिदेशक ओ.पी. सिंह ने कहा कि इस मामले की जांच के लिये लखनऊ पुलिस की एक टीम गठित की गयी है. भाजपा विधायक पर लगा आरोप अभी सिद्ध नहीं हुआ है. जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी. किसी भी दोषी को किसी सूरत में बक्शा नहीं जाएगा.

चार आरोपियों को किया गिरफ्तार

उन्नाव की पुलिस अधीक्षक पुष्पांजलि ने बताया कि मामले के चार नामजद अभियुक्तों सोनू, बउवा, विनीत और शैलू को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं, माखी के थाना प्रभारी अशोक कुमार समेत छह पुलिसकर्मियों को लापरवाही बरतने के आरोप में निलम्बित कर दिया गया है. जिलाधिकारी रवि कुमार एनजी ने बताया कि दोनों पक्षों की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया था.

CM आवास पर आत्मदाह का प्रयास

बताते चलें कि उन्नाव की रहने वाली 18 वर्षीय एक युवती ने बांगरमऊ से विधायक कुलदीप सेंगर और उनके भाइयों पर पिछले साल गैंगरेप का आरोप लगाया था. अदालत के आदेश पर इस मामले में मुकदमा दर्ज किया गया था. आरोपियों के बजाय अपने पिता के खिलाफ कार्रवाई किये जाने से क्षुब्ध होकर पीड़ित युवती ने आत्मदाह का प्रयास किया था.

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