नई दिल्ली: चुनावी सियासी घमासान के बीच शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने रफाल मामले पर बड़ा फैसला सुनाया है। कोर्ट ने डील की जांच को लेकर दाखिल की गई सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया है। कोर्ट के इस फैसले के बाद संसद में भी जमकर हंगामा हुआ। कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा ने सदन के अंदर इस मद्दे को उठाया और कांग्रेस पर जमकर निशाना साध।
केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सदन में कहा कि रफाल मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी हाउस में आकर देश से माफी मांगे। लोकसभा में राजनाथ सिंह ने कहा कि यह मामला शुरू से ही साफ था, इसमे किसी भी तरह की कोई गड़बड़ी नहीं थी। कांग्रेस ने सिर्फ राजनीतिक लाभ लेने के लिए निराधार आरोप लगाए थे। गृहमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने राफेल डील को लेकर देश को गुमराह किया। लिहाजा, पूरे देश से राहुल गांधी माफी मांगे। वहीं राज्यसभा में वित्तमंत्री ने भी रफाल पर चर्चा की मांग की।
गौरतलब है कि सदन में विभिन्न मुद्दों पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे और राफेल पर अदालत के फैसले के बाद भाजपा सदस्यों की नारेबाजी के कारण कार्यवाही शुरू होने के करीब 10 मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी थी। कार्यवाही जब पुन: शुरू हुई तो राजनाथ सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने देश को गुमराह किया है और उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए। इसके बाद फिर हंगामा शुरू हो गया और सोमवार तक के लिए सदन को स्थिगित कर दिया गया।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवा को फ्रांस से 36 राफेल विमानों की खरीद के मामले में नरेंद्र मोदी सरकार को क्लीन चिट दे दी। शीर्ष अदालत ने कहा कि हमें फ्रांस से 36 राफेल विमानों की खरीद की प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने का कोई कारण नजर नहीं आता है। हालांकि, वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले को गलत करार दिया है। प्रशांत भूषण ने रफाल डील को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कई सवाल उठाए हैं।