खुशखबर: पीएम मोदी ने राष्ट्र को समर्पित किया देश का पहला मल्टी मॉडल टर्मिनल
सांसद बनने के बाद अपने 15वें दौरे पर वाराणसी पहुंचे पीएम मोदी ने यहां करीब 2400 करोड़ रुपये की योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इस कार्यक्रम के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि वाराणसी में जिस मल्टी मॉडल टर्मिनल की शुरुआत हुई है, उसके आगाज से गंगा का यह पारंपरिक रास्ता आधुनिक सुविधा के साथ ‘नेचर, कल्चर और अडवेंचर’ का केंद्र बनेगा।
वाराणसी: वाराणसी के करीब 2400 करोड़ की योजनाओं का दिवाली गिफ्ट देने पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी ने सोमवार को यहां के वाजिदपुर गांव में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। वाराणसी से सांसद चुने जाने के बाद पीएम ने यहां पर देश के पहले मल्टी मॉडल टर्मिनल को राष्ट्र को समर्पित किया। इसके बाद पीएम ने यहां हरहुआ के वाजिदपुर गांव में एक जनसभा को भी संबोधित किया। इस दौरान पीएम ने कहा कि वाराणसी में जिस टर्मिनल की शुरुआत हुई है, उसके आगाज से गंगा का यह पारंपरिक रास्ता आधुनिक सुविधा के साथ ‘नेचर, कल्चर और अडवेंचर’ का केंद्र बनेगा। संबोधित करते हुए कहा कि वाराणसी और देश, इस बात का गवाह बना है कि संकल्प लेकर जब किसी भी काम को पूरा किया जाता है को इसकी तस्वीर कितनी भव्य और गौरवमयी होती है। पीएम ने कहा कि आज यहां बाबतपुर हवाई अड्डे से शहर को जोड़ने वाली योजना, मां गंगा को प्रदूषण से मुक्त करने वाली योजना समेत तकरीबन ढाई हजार करोड़ की योजना का लोकार्पण हुआ है। यह सभी प्रॉजेक्ट वाराणसी को और भव्य बनाएंगे।
आजादी के बाद यह पहला मौका है जब हम अपने नदियों के मार्ग को इतने व्यापक स्तर पर प्रयोग करने में सफल हुए हैं। पीएम मोदी ने कहा कि चार साल पहले जब मैंने वाराणसी से हल्दिया के बीच वॉटर वे और मालवाहक जहाज की परिकल्पना की बात की थी, तो तमाम लोगों ने इसका मजाक उड़ाया था। लेकिन कुछ वक्त पहले ही इस प्रॉजेक्ट के उद्घाटन ने विरोधियों को जवाब दे दिया। पीएम ने कहा कि जिस जहाज से कंटेनर अनलोडिंग का काम वाराणसी में शुरू हुआ है, वह अपने साथ तमाम कॉमर्शल चीजें लेकर पहुंचा है और अब यह वाराणसी से खाद लेकर कोलकाता रवाना होगा। ऐसे में अब वह दिन दूर नहीं कि वाराणसी समेत पूर्व यूपी से तमाम सामान पूर्वी भारत के बंदरगाहों तक पहुंच सकेगा। पीएम ने कहा कि देश ने आज जो सपना देखा था, वह आज काशी की धरती पर साकार हुआ है।
पीएम ने कहा कि वाराणसी में जितना सामान एक मालवाहक जहाज से लाया गया है, उसे सड़क मार्ग से लाने के लिए 16 ट्रकों की जरूरत पड़ती। वहीं इस जहाज से सामानों की यहां तक ढुलाई कराने में पैसे और समय की बचत हुई है। पीएम ने कहा कि वह दिन दूर नहीं कि वाराणसी में आने वाले वक्त में बड़े जहाजों से ट्रक, ट्रैक्टर समेत तमाम बड़े वाहन और सामान यहां जलमार्ग से लाए जा सकेंगे। पीएम ने कहा कि देश में आज 100 से अधिक नैशनल वॉटर हाइवे पर काम चल रहा है। वाराणसी से हल्दिया के बीच बना वॉटर वे इसी का हिस्सा है, जिसके तमाम स्टेशनों पर सुविधाओं को विकसित करने पर काम चल रहा है। पीएम ने कहा कि इस जलमार्ग सिर्फ व्यवसाय ही नहीं बल्कि पर्यटन समेत तमाम क्षेत्रों को विकसित करेगा। इसके अलावा पूर्वांचल और पूर्वी यूपी के तमाम हिस्से भविष्य में क्रूज टूरिज्म के लिए जाने जाएंगे। पीएम ने कहा कि आधुनिक सुविधा के साथ यह पारंपरिक रास्ते नेचर, कल्चर और अडवेंचर के संगम बनेंगे।
पीएम ने कहा बाबतपुर से वाराणसी शहर को जोड़ने वाली सड़क वर्ल्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर का उदाहरण है। मुझे लोगों ने बताया है कि लोग इस सड़क पर दूर-दूर से सेल्फी लेने आते हैं, वहीं जो लोग दूसरे शहर से वाराणसी आ रहे हैं उन्हें यह विश्वास नहीं हो रहा कि वह उसी शिवपुर-तरना मार्ग से वाराणसी पहुंच रहे हैं। पीएम ने कहा कि इस सड़क से वाराणसी आने वाले पर्यटकों को काफी सुविधा मिलेगी। इसके अलावा रिंग रोड से गोरखपुर, आजमगढ़ और अयोध्या आने जाने वाले लोगों को शहर में एंट्री की आवश्यकता नहीं होगी। पीएम ने कहा कि प्रथम चरण के उद्घाटन के बीच दूसरे चरण का काम भी जारी है। पीएम ने कहा कि कनेक्टिविटी से सुविधा बढ़ती ही है, साथ ही इससे देश के प्रति विश्वास भी बढ़ता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में बीजेपी की सरकारों का एक मात्र लक्ष्य देश का विकास है। देश के दुर्गम स्थानों पर नए एयरपोर्ट, नॉर्थ ईस्ट के दूरदराज के क्षेत्रों में ट्रेन रूट और ग्रामीण सड़कों और शानदार हाईवे का जाल हमारी सरकारों की पहचान बन चुका है।
सरकार की उपलब्धियों पर चर्चा करते हुए पीएम ने कहा कि ग्रामीण स्वच्छता का जो दायरा 40 फीसदी तक था वह अब 95 फीसदी तक हो गया है। इसके अलावा आयुष्मान भारत के कारण गरीबों को मुफ्त इलाज मिल रहा है। हमने सिर्फ इंसान ही नहीं, हमारी नदियों को जीवन देने का भी संकल्प लिया है। पीएम ने कहा कि गंगा सफाई के लिए तमाम प्रॉजेक्ट्स की शुरुआत की गई है। नमामि गंगे मिशन के तहत अब तक 23 हजार करोड़ रुपए की परियोजनाओं को स्वीकृति दी जा चुकी है। गंगा के किनारे के करीब-करीब सारे गांव अब खुले में शौच से मुक्त हो चुके हैं और ये प्रॉजेक्ट्स गंगोत्री से लेकर गंगासागर तक गंगा को अविरल, निर्मल बनाने के हमारे संकल्प का हिस्सा हैं। पीएम ने कहा कि अगले साल जनवरी में वाराणसी की धरती पर प्रवासी भारतीय सम्मेलन होना है। इस दौरान मैं आपकी तरह ही वाराणसी में मौजूद रहूंगा। इसी वक्त प्रयागराज के अर्धकुंभ में आने वाले यात्री भी वाराणसी पहुंचेंगे। ऐसे में वाराणसी में सुविधाओं, परंपराओं और भव्यता का ऐसा संगम होना आवश्यक है, जिससे यहां की स्मृतियां लोगों के मन में अमिट हो जाएं।