अद्धयात्म

चाणक्य निति के अनुसार जीवन में कभी ना मनाए इन 3 चीजों का दुःख

दोस्तों जैसा कि आप सभी जानते हैं चाणक्य को हिन्दुस्तान का श्रेष्ठ राजनीतिज्ञ और अर्थशास्त्री माना जाता हैं. वे बचपन से एक लीडरशिप की क्वालिटी रखते थे. ऐसे में जीवन में सफलता का स्वाद चखने के लिए उन्होंने कई सारी नीतियाँ बनाई. जो व्यक्ति इन चाणक्य नीतियों को फॉलो करता हैं उसे जीवन में उचाईयां छूने से कोई नहीं रोक सकता हैं.  इसी बात को ध्यान में रखते हुए आज हम आपको चार ऐसी चाणक्य नीतियों से रूबरू कराने जा रहे हैं जो आपके ढेर सारे फायदे पहुंचा सकती हैं. इन विशेष तीन चाणक्य नीतियों के अनुसार मनुष्य को जीवन में कभी भी इन 3 चीजों का दुःख नहीं करना चाहिए. तो चलिए बिना किसी देरी के जानते हैं कि ये चीजें क्या हैं.

बुरे व्यक्ति से कही बात: चाणक्य निति की माने तो जो व्यक्ति बुरे स्वभाव के होते हैं या दुष्ट होते हैं उनके साथ कभी भी कोई सीक्रेट यानी कि गुप्त बात शेयर नहीं करना चाहिए. ये लोग अक्सर आपकी गुप्त बैटन को दूसरों याक फैला देते हैं. यदि इस गुप्त बात में आपकी कोई कमजोरी छिपी हो तो ये उसका नाजयास फायदा उठाकर आपको ब्लैकमेल तक कर सकते हैं. अपनी कमियां किसी के साथ शेयर करना सबसे बड़ी भूल होती हैं. ये आपके खिलाफ भविष्य में इस्तेमाल की जा सकती हैं. इसलिए चाणक्य निति कहती हैं कि यदि आप किसी दुष्ट व्यक्ति को कोई गुप्त बात ना बता पाए तो इसका दुःख नहीं मानना चाहिए. इससे आपको ही लाभ हुआ हैं कि आप ने उसे कुछ नहीं बताया हैं. हमें उम्मीद हैं कि आप आगे से इस निति को जरूर अपनाएंगे.

किसी भी प्रकार का दान: चाणक्य निति की माने तो हम जब भी किसी को कोई भी चीज दान करते हैं तो उसके बाद हमें दुःख नहीं मनाना चाहिए. आपके द्वारा दान की गई चीज से जरूर किसी ना किसी का भला होगा. वो आपको दुआएं देगा. जिसका आपको लाभ भी हासिल होगा. कई लोगो की आदत होती हैं कि वे दिल खोलकर या मन से दान नहीं करते हैं. बस दिखावे के लिए या प्रेशर में आकर दान कर देते हैं. इसके बाद उन्हें इस बात का दुःख होता हैं कि उन्होंने दान में धन राशि दे दी. लेकिन आपको किसी भी हाल में इस बात का दुःख नहीं मानना हैं.

बुद्धिमान को दिया ज्ञान: कई लोगो की आदत होती हैं कि वे ज्ञान हासिल कर लेने के बाद उससे स्वयं तक ही सिमित रखना चाहते हैं. उनकी सोच होती हैं कि इस ज्ञान को प्राप्त कर कोई उनसे बड़ा ग्यानी ना बन जाए. लेकिन चाणक्य निति कहती हैं कि दूसरों को ज्ञान की बाते बताने का कभी दुःख नहीं करना चाहिए. ज्ञान बाटने से और भी बढ़ता हैं. ये एक अच्छा कृत्य होता हैं.खासकर कि जब आप किसी बुद्धिमान के साथ ये ज्ञान शेयर करते हैं तो आपको भी उस विषय के बारे मालग नजरिया देखने को मिलता हैं. इसलिए दूसरों को ज्ञान बाटने में कंजूसी ना करे. यदि आप इन तीनो चाणक्य निति का बढ़िया तरीके से पालन कर लेते हैं तो आपको जीवन में कई सारे फायदे हो सकते हैं.

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